Kolkata doctor Murder:कोलकाता डॉक्टर कांड, गया जी में बेटी का पिंडदान करते फूट पड़ा माता-पिता का दर्द, बोले- ‘अब न्याय ही मोक्ष है’

Kolkata doctor Murder: कोलकाता के आर्जिकर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के एक साल पूरे होने को हैं, मृतक डॉक्टर के माता-पिता गया जी पहुंचे और अपनी बेटी की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान का कर्मकांड किया।...

Kolkata doctor Murder
गया जी में बेटी का पिंडदान करते फूट पड़ा माता-पिता का दर्द- फोटो : reporter

Kolkata doctor Murder: कोलकाता के आर्जिकर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के एक साल पूरे होने को हैं, लेकिन इस दर्दनाक घटना के जख्म अब भी ताज़ा हैं। न्याय की आस लगाए मृतक डॉक्टर के माता-पिता गया जी पहुंचे और अपनी बेटी की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान का कर्मकांड किया।

गया के विष्णुपद मंदिर परिसर स्थित शंकराचार्य मठ में माता-पिता ने आचार्यों की मौजूदगी में पिंडदान शुरू किया। इसके बाद विष्णुपद गर्भगृह, प्रेतशिला और अक्षयवट जाकर उन्होंने विधि-विधान से कर्मकांड पूर्ण किया। इस दौरान माता-पिता बेहद भावुक हो गए। बेटी के पिता शेखर रंजन देवनाथ ने कहा कि जो काम हमारी बेटी को हमारे लिए करना चाहिए था, वह हमें करना पड़ रहा है। यह सबसे बड़ा दुख है। लेकिन अब हमारी बेटी का असली मोक्ष तभी होगा जब उसे न्याय मिलेगा।उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के बाद सबूत मिटाए गए और साजिश में कई बड़े लोग शामिल थे। उन्होंने कहा, "कोलकाता सरकार ने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की। आरोपी लोगों की पहुंच काफी ऊंची है।"

महिला डॉक्टर की मां ने कहा कि इस जघन्य अपराध में शामिल सभी लोगों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। वहीं पिता ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई।

पिता शेखर रंजन देवनाथ ने कहा कि अब हमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उम्मीद है। यदि वे प्रधानमंत्री स्तर पर दबाव बनाते हैं तो हमें न्याय मिल सकता है।माता-पिता ने कहा कि देशभर से उन्हें सहयोग की जरूरत है ताकि उनकी बेटी के साथ हुई यह निर्मम घटना दबाई न जा सके। वे चाहते हैं कि समाज की बेटियों के लिए यह मामला नजीर बने और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन परिवार का कहना है कि अब तक जांच की रफ्तार और परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं है।गया जी में पिंडदान के दौरान मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं। माता-पिता ने कहा कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, वे चैन से नहीं बैठेंगे।

"हमारी बेटी का असली श्राद्ध तभी होगा जब उसके हत्यारों को फांसी मिलेगी," पिता ने भारी आवाज़ में कहा।

रिपोर्ट- मनोज कुमार