Khelo India: हिमाचल की योग शक्ति, 6 विश्व रिकॉर्डधारी निधि डोगरा खेलो इंडिया में इतिहास रचने को तैयार
Khelo India: हिमाचल प्रदेश की 16 वर्षीय योग एथलीट निधि डोगरा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली योगासन खिलाड़ी बनकर इतिहास रचने के लिए तैयार हैं।

Khelo India: हिमाचल प्रदेश की 16 वर्षीय योग एथलीट निधि डोगरा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली योगासन खिलाड़ी बनकर इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। बिहार के गया में चल रही योगासन स्पर्धाओं में निधि न केवल हिमाचल का खाता खोलना चाहती हैं, बल्कि अपने असाधारण कौशल से पदकों की झड़ी लगाने का भी लक्ष्य लेकर आई हैं।
पिछले दो वर्षों से खेलो इंडिया अस्मिता लीग में शानदार प्रदर्शन कर रहीं निधि इसी अनुभव के दम पर अब तक छह विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं। कर्म योगशाला योगासन स्पोर्ट्स कोचिंग सेंटर (हमीरपुर) में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली निधि ने स्कूली योगासन प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर पहले ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है। उनके पिता, जो एक सरकारी स्कूल में योगासन शिक्षक हैं, ही उनकी प्रेरणा और कोच रहे हैं।
निधि ने योगासन को अपने खेल के रूप में चुनने के बारे में बताते हुए कहा, "मेरे पिता को बच्चों को योगासन सिखाते देखकर मेरी रुचि इसमें जगी। मैंने उन्हीं से प्रशिक्षण लिया है और अपनी अब तक की सफलता का श्रेय भी उन्हें ही देती हूं। इस साल जनवरी में एसजीएफआई में आर्टिस्टिक इवेंट में कांस्य पदक जीतने के बाद मेरा चयन खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के लिए हुआ।"
खेलो इंडिया अस्मिता लीग का उद्देश्य देश भर की महिला एथलीटों को प्रतिस्पर्धा का मंच प्रदान करना है। इस लीग ने निधि जैसी प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर दिया है। निधि ने अस्मिता लीग के अनुभव को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला है और अब वह खेलो इंडिया में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उत्साहित हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निधि ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। उन्होंने 2020 में इंटरनेशनल योगा ओलिंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक और 2021 में आर्टिस्टिक योगा सिंगल में विश्व चैंपियनशिप जीती है। इसके अलावा, राष्ट्रीय योगासन खेल प्रतियोगिता में तीन कांस्य पदक और हिमाचल प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ योगा खिलाड़ी का खिताब भी उनके नाम है।
निधि के नाम छह अद्भुत विश्व रिकॉर्ड दर्ज हैं, जिनमें प्रणव आसन (47.25 मिनट), एक पाद विपरीत कटी उठिष्ट आसन (50 मिनट), हैंड स्टैंड (1.36 मिनट), सर्वाधिक योगासन प्रदर्शन (118 आसन 03.24 मिनट), चक्रासन में रुकना (27 मिनट) और स्कार्पियन पोजीशन में पैरों से तीर चलाना (47 सेकंड में तीन टारगेट) शामिल हैं। अपनी इन उपलब्धियों पर निधि कहती हैं, "यह मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है और यह मुझे आगे और बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है।"
हमीरपुर के चौरी खियाद की रहने वाली और सुपर मैग्नेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल हमीरपुर की बारहवीं कक्षा की छात्रा निधि अब खेलो इंडिया में अपने राज्य के लिए पदक जीतकर इतिहास रचना चाहती हैं। उन्होंने कहा, "यहां आने से पहले भी मैं रोजाना चार से पांच घंटे अभ्यास कर रही थी। मेरा लक्ष्य खेलो इंडिया में अपने राज्य के लिए पदक जीतना है। योगासन में हिमाचल प्रदेश से अभी तक किसी ने पदक नहीं जीता है और मैं पहली खिलाड़ी हूं जो इस स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व कर रही हूं। पदक जीतना मेरा सपना है और मैं इसे साकार करने के लिए पूरी कोशिश करूंगी।"
निधि डोगरा की कहानी न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश में योगासन के लिए एक नई शुरुआत भी है। उनकी लगन और प्रतिभा निश्चित रूप से अन्य युवाओं को भी इस खेल को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी और खेलो इंडिया में हिमाचल का खाता खोलने की उनकी प्रबल इच्छाशक्ति निश्चित रूप से देखने लायक होगी।
संतोष कुमार की रिपोर्ट