PATNA : श्री कृष्ण मेमोरिल हॉल, पटना में युग पुरुषोतम् परम प्रेममय श्री श्री ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी का 137 वां जन्म महोत्सव, जिला स्तरीय दिनांक 24/11/2024 (रविवार) को धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर ठाकुर जी के शिष्यों के अलावे अदीक्षित व्यक्ति भी सम्मिलित होंगे। ठाकुर जी कोई साधारण संत, महात्मा नहीं थे। लेकिन वे रामचन्द्र और कृष्ण के जैसे भगवान के अवतार थे। डॉ० प्यारी नन्दी ने उनकी नाभि से राम, कृष्ण, बुद्ध, ईशा, मोहम्मद, चैतन्य एवं रामकृष्ण परमहंस को निकलते हुए और उनमें फिर समाहित होते हुए अपनी आँखों से देखा है। वे बोले भी है..... God is one, Dhama is one, all prophets are same, server of one. यानि भगवान एक है, धर्म एक है, सभी प्रेरित परूष एक ही है। उन्होने कहा है..... एक सच्चा हिन्दु, एक सच्चा मुसलमान और सच्चा इसाई। एक सच्चा मुसलमान, एक सच्चा हिन्दु है।
अगर इस बात को समझ जाएगें तो देश में हिन्दु मुसलमान की लड़ाई नहीं होगी। उन्होंने कहा है की War of Becoming यानि विवर्द्धन का युद्ध। प्रत्येक प्रत्येक को बढ़कर आनन्दित होगा। उनकी समाधि भी हुई थी और समाधि में बोले थे जबकि उनके पहले किसी भी महापुरूष ने समाधि में नहीं बोला है। ये छोटे को बड़ा तथा बड़े को और बड़ा बनाने के बारे में कहे है। वे मैट्रिक पास भी नहीं थे। जब परीक्षा फीस जमा करने आए तो देखे की एक मुसलमान का लड़का रो रहा है। उन्होंने पूछा.....तुम क्यों रो रहे हो? उसने कहा.... मेरे पास परीक्षा फीस जमा करने के लिए पैसा नहीं है। उन्होंने अपना पैसा उस लड़का को दे दिया और स्वयं बिना परीक्षा फॉर्म भरे ही वापस घर आ गए।
इन्होंने शिवाजी के जैसा संतान पाने की बात भी कही है। इसके लिए सुविवाह की आवश्यकता है। शिक्षा के बारे में इन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसी हो जिससे लोग कमा का घर चला सके। सदाचार के बारे में इन्होंने कहा है की बचते- बढ़ते सदाचार में। लक्ष्मी रहती उसके घर में। अर्थात्, सदाचार पालन कर मनुष्य अपने घर में लक्ष्मी और सरस्वती दोनों को रख सकता है।
सत्संग बिहार के सदस्य डॉ संदीप कुमार ने कहा की 24 नवंबर को सुबह प्रार्थना के साथ संगीताजलि का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद युवा सम्मेलन और धर्म सम्मेलन का आयोजन होगा। चिकित्सा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। परिसर में मेडिकल कैंप का आयोजन होगा, जिसमें कई तरह की बीमारियों का इलाज किया जाएगा। बच्चों की ओर से पोस्टर प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। वही भंडारा लगातार चलता रहेगा। उन्होंने कहा की श्री श्री ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी महाराज के भाव धारा को जन जन तक पहुंचाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कहा की अनुकूलचन्द्र जी महाराज का मानना था की मनुष्य का जो अस्तित्व खतरे में है उसे बचाने के लिए जो कुछ किया जाए। वही धर्म है। आज देश देश से और राज्य राज्य से लड़ रहे हैं। मनुष्य ही नहीं रहेंगे तो दुनिया कैसे रहेगी।
वंदना की रिपोर्ट