Bihar Teacher News: बिहार सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव, डॉ. एस. सिद्धार्थ ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। एसीएस सिद्धार्थ के द्वारा हर दिन 10 स्कूलों के हेडमास्टर और शिक्षकों को वीडियो कॉल करके स्कूलों का आकलन किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से स्कूलों की वास्तविक स्थिति का पता चलता है और शिक्षकों को जिम्मेदार बनाया जाता है। एसीएस स्कूल परिसर की सफाई, छात्र और शिक्षक की उपस्थिति, ड्रेस आदि का जायजा लेते हैं।
4 दिनों में 40 स्कूलों का वर्चुअल निरीक्षण
अपर मुख्य सचिव के द्वारा हर दिन करीब 10 स्कूलों को फोन किया जा रहा है। एस.सिद्धार्थ का फोन कभी भी किसी भी स्कूल में जा सकता है। एसीएस ने 4 दिनों में 40 स्कूलों का वर्चुअल निरीक्षण किया है। इस दौरान उन्होंने स्कूलों के कई कमियों को जाना है। जानकारी अनुसार 40 प्रतिशत स्कूलों की व्यवस्था से एस. सिद्धार्थ असंतुष्ट रहे। एस.सिद्धार्थ ने सभी स्कूलों के शिक्षकों को स्कूल की व्यवस्था और खुद को भी सुधारने का निर्देश दिया है। यही नहीं एस. सिद्धार्थ ने 4 दिनों में ही दो अधिकारी और एक प्रधानाचार्य पर कार्रवाई की है।
2 अधिकारी सहित 1 हेडमास्टर पर कार्रवाई
एस.सिद्धार्थ ने 12 दिसंबर से स्कूलों में वीडियो कॉल कर निरीक्षण कर रहे हैं। एस.सिद्धार्थ का पहला फोन पश्चिम चंपारण के राजकीय मध्य विद्यालय भीतहा में गया। इस कॉ़ल को एक शिक्षक ने उठाया जिनका नाम इमाम कौसर था। एस. सिद्धार्थ ने उनसे एक अन्य शिक्षक अब्दुल वहाब अंसारी के बारे में पूछा जिसपर शिक्षक के द्वारा बताया गया कि वो क्लास ले रहे हैं। एस. सिद्धार्थ ने शिक्षक से पूछा कि बाहर क्या कर रहे हो? क्लास में क्यो नहीं हो? जिस पर शिक्षक ने बताया कि वो क्लास ले रहे थे एस.सिद्धार्थ के फोन कॉल आने के बाद वो बाहर आएं। जिसके बाद एस.सिद्धार्थ ने स्कूल में बच्चों की गिनती की। उन्होंने स्कूल के बिल्डिंग सहित कई चीजों का जानकारी ली।
टोला सेवक पढ़ा रहे गुरु जी गए थे बाजार
एस.सिद्धार्थ शिक्षकों को फोन कर उनसे स्कूल से जुड़ी कई बातों की जानकारी ले रहे हैं। एसीएस सिद्धार्थ ने इस क्रम में कई स्कूलों की व्यवस्था से नाराज दिखे। बीते दिन एस.सिद्धार्थ ने एक स्कूल में फोन किया। स्कूल मधुबनी का था। इस स्कूल में 6 शिक्षक थे लेकिन मौके पर एक भी मौजूद नहीं थे। वहीं विद्यालय को टोला सेवक के ऊपर छोड़ कर शिक्षक स्कूल से गायब थे। जब एस.सिद्धार्थ ने टोला सेवक से पूछा कि शिक्षक कहां गए हैं? जिस पर टोला सेवक ने बताया कि शिक्षक सब्जी लाने गए हैं। जिसके बाद एस.सिद्धार्थ ने उक्त स्कूल पर कार्रवाई है। वीडियो कॉल के दौरान सिद्धार्थ स्कूल में कितने शिक्षक हैं, कितने उपस्थित हैं, कितने बच्चे हैं, कितने बच्चे उपस्थित हैं, बच्चों के बैठने के लिए ड्रेस है या नहीं, बेंच है या नहीं सहित कई जानकारी ले रहे हैं।
24 घंटे के अंदर कार्रवाई
वहीं जिन स्कूलों की स्थित दयनीय है। वो उन स्कूलों में कार्रवाई कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने मधुबनी के डीईओ जावेद आलम, पूर्वी चंपारण के डीपीओ हेमचंद्र व सुपौल के उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाचार्य हरि कृष्ण महतो पर कार्रवाई की है। एस.सिद्धार्थ हर दिन 10 स्कूलों में वीडियो कॉल कर स्कूलों का जायजा ले रहे हैं। साथ ही स्कूलों में कमिया पाए जाने पर उनसे स्पष्टीकरण भी मांग रहे हैं। एसीएस सिद्धार्थ 24 घंटे के अंदर ही स्कूलों पर कार्रवाई कर रहे हैं।
60 प्रतिशत स्कूलों की स्थिति दयनीय
इधर, नवंबर माह से ही राज्य के सरकारी स्कूलों की स्थिति का आकलन करने के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। ये टीम गुप्त तरीके से स्कूलों का निरीक्षण कर रही है। एसआईटी की टीम नवंबर माह से 38 जिलों में घूम-घूमकर स्कूलों की रिपोर्ट तैयार कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, 60% स्कूलों की स्थिति दयनीय थी। शिक्षकों की पढ़ाने में रुचि न लेना, स्कूलों में साफ-सफाई और अन्य बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। अधिकांश स्कूलों में साफ-सफाई, बेंच, कॉपी-किताब सहित अन्य व्यवस्था भी खराब मिली है।