PATNA : आज पंकज कुमार पाल, सचिव, ऊर्जा विभाग सह-सी0एम0डी0 बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी लिमिटेड द्वारा राज्य में लगाये जा रहे स्मार्ट प्रीपेड मीटर्स को और बेहतर एवं उपभोक्ताओं की सुविधा के अनुरूप विकसित करने के उद्देश्य से एक बैठक की गई। बैठक में भारत सरकार के उपक्रम एनर्जी एफिसियेन्सी सर्विसेज लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी विशाल कपूर, महेन्द्र कुमार, प्रबंध निदेशक, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, निलेश रामचन्द्र देवरे, प्रबंध निदेशक, नाॅर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्युशन कंपनी लिमिटेड एवं विद्युत कम्पनियों के वरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इस मौके पर उन्होंने कहा की स्मार्ट प्री पेड मीटर से उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक लाभ हो। इसके लिए राज्य की वितरण कम्पनियाँ लगातार कार्य कर रही हैं। कुछ लोगों द्वारा पिछले महीने स्मार्ट प्री पेड मीटर के सम्बंध में अनेक भ्रांतियाँ भी फैलायी गई थी। जिसके विषय में लोगों को विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से वास्तविक स्थिति से अवगत कराया जा रहा है। इससे उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट प्री पेड मीटर लगाने के प्रति विश्वसनीयता बढ़ी है। सचिव, ऊर्जा द्वारा बताया गया कि सभी क्षेत्रीय अधिकारियों एवं कार्यान्वयन एजेन्सियों को निदेश दिया गया है कि स्मार्ट प्री पेड मीटर से होने वाले लाभों एवं तकनीकी सुविधाओं के बारे में पूर्ण रूप से लोगों को आश्वस्त करें। उन्होंने बताया कि स्मार्ट प्री पेड मीटर के विषय में जो भी भ्रांति लोगों के बीच है उन्हें दूर कर इसके फायदों को पारदर्शी तरीके से लोगों को बताना आवश्यक है।
बताया गया की पुराने मीटर को बदल कर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने में उपभोक्ताओं से कोई राशि नहीं ली जाती है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर को ऑनलाइन रिचार्ज करने पर कूल 3 प्रतिशत की छूट दी जाती है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर में मीटर रीडिंग एवं बिलिंग का कार्य बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के स्वतः हो जाता है। इससे बिजली बिल में गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं होती है। स्मार्ट मीटर उपभोक्ता को दैनिक ऊर्जा/राशि की कटौती की जानकारी वास्तविक समय में प्रदान करता है, जिससे उपभोक्ता अपने उपयोग की आदतों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। रीयल टाइम डाटा उपलब्ध होने से बिजली की अधिक खपत को नियंत्रित कर बिजली की बचत की जा सकती है जिससे उपभोक्ता अपने खर्च को कम कर सकते हैं। स्मार्ट मीटर लगने से पूर्व के बकाया राशि को आसान किस्तों मेे जमा करने की सुविधा दी गई है।
बिजली की राशि अग्रिम जमा करने पर उपभोक्ताओं को ब्याज का प्रावधान किया गया है। उपभोक्ता यदि अपने स्मार्ट प्रीपेड मीटर खाते में रु0 2,000 या इससे अधिक राशि बरकरार रखते हैं तो उन्हें खाते में 3 महीने तक रखने पर - बैंक दर से ज्यादा, 3-6 महीने तक रखने पर - बैंक दर + 0.25 % की राशि और 6 महीने से अधिक समय तक रखने पर - बैंक दर+ 0.25% का लाभ दिया जाता है। वहीँ स्मार्ट प्रीपेड मीटर द्वारा नए बिजली कनेक्शन लेने पर किसी प्रकार की सुरक्षित जमा राशि नहीं ली जाती है। इसमें पहले से ली गई सुरक्षित जमा राशि को वापस करने का प्रावधान किया गया है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के उपरांत यदि स्वीकृत लोड से अधिक बिजली की खपत हो जाती है तो उपभोक्ता को छः माह तक किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं के परिसर में ग्रिड कनेक्टेड सोलर पैनल लगाने के बाद अलग से नेट मीटर लगाने की आवश्यकता नहीं होती है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर से उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा हासिल होगी। उपभोक्ता बिना कार्यालय गए घर बैठे अपने सुविधानुसार रिचार्ज कर सकते हैं। उपभोक्ता अपने आवश्यकतानुसार किसी भी राशि से रिचार्ज कर सकते हैं। उपभोक्ता अपना दैनिक खपत व मासिक विपत्र मोबाइल ऐप के माध्यम से देख सकते हैं। त्रुटिरहित बिल रहने के कारण उन्हें कार्यालय के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं है।