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जनसुराज चारों खाने चित्त, लेकिन महागठबंधन का कर गई बड़ा नुकसान! जानें बाकी पार्टियों का क्या रहा हाल?

बिहार विधानसभा उपचुनाव में सभी 4 सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की है। वहीं, महागठबंधन को चारों सीट पर हार का सामना करना पड़ा है।

जनसुराज चारों खाने चित्त, लेकिन महागठबंधन का कर गई बड़ा नुकसान! जानें बाकी पार्टियों का क्या रहा हाल?
बिहार विधानसभा उपचुनाव के नतीजे- फोटो : social media

Bihar Bypoll 2024: बिहार विधानसभा उपचुनाव में एनडीए ने चारों सीटों पर जीत दर्ज की है। महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा, जबकि प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी का प्रदर्शन उम्मीद से काफी कमजोर रहा।

मुख्य नतीजे:

इमामगंज: जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी ने आरजेडी के रौशन मांझी को 5,945 वोटों से हराया।

तरारी: बीजेपी के विशाल प्रशांत ने माले के राजू यादव को 10,000 से अधिक वोटों से हराया।

बेलागंज: जेडीयू की मनोरमा देवी ने आरजेडी के विश्वनाथ सिंह को 21,391 वोटों से पराजित किया।

रामगढ़: बीजेपी के अशोक कुमार सिंह ने बीएसपी के सतीश यादव को 1,362 वोटों से हराया।

जनसुराज का प्रदर्शन सभी सीटों पर कमजोर रहा। पार्टी तरारी, बेलागंज, और इमामगंज में तीसरे नंबर पर और रामगढ़ में चौथे नंबर पर रही।

महागठबंधन को बड़ा झटका

चारों सीटों में से तीन पर पहले महागठबंधन का कब्जा था। रामगढ़ और बेलागंज पर आरजेडी का वर्चस्व था, जबकि तरारी पर माले का। नतीजों ने तेजस्वी यादव की रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए।

कारण:

वोटों का बंटवारा: जनसुराज और AIMIM ने महागठबंधन के वोट बैंक में सेंध लगाई।

एमवाई समीकरण का असर: यादव और मुसलमान वोट विभाजित हो गए, जिससे एनडीए को फायदा मिला।

एनडीए का बेहतर समन्वय: नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच तालमेल ने काम किया।

विधानसभा सीटों का सामाजिक और राजनीतिक समीकरण

1. बेलागंज सीट

परिणाम: जेडीयू की मनोरमा देवी ने आरजेडी के विश्वनाथ सिंह को हराया।

महत्व: यह सीट पिछले 34 वर्षों से आरजेडी के नियंत्रण में थी।

सामाजिक समीकरण:

यादव: 19%

मुसलमान: 17%

मुसहर: 11%

अन्य: भूमिहार (7%), कोयरी (6%), पासवान (6%)

जनसुराज का प्रदर्शन: तीसरे स्थान पर रही, और AIMIM ने भी 3,533 वोट हासिल किए।

2. इमामगंज सीट

परिणाम: जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी ने आरजेडी के रौशन मांझी को हराया।

महत्व: मुसलमान और पासवान वोट विभाजित हुए।

सामाजिक समीकरण:

मुसहर: 18.6%

मुसलमान: 15.3%

यादव: 13.2%

कुशवाहा: 10.82%

जनसुराज का प्रदर्शन: तीसरे स्थान पर रही, 37,103 वोट मिले।

3. रामगढ़ सीट

परिणाम: बीजेपी के अशोक कुमार सिंह ने बीएसपी के सतीश यादव को मामूली अंतर से हराया।

महत्व: आरजेडी तीसरे स्थान पर रही।

सामाजिक समीकरण:

चमार: 22%

यादव: 12%

मुसलमान: 8%

अन्य: सवर्ण (17.5%), ओबीसी (26%)

4. तरारी सीट

परिणाम: बीजेपी के विशाल प्रशांत ने माले के राजू यादव को हराया।

महत्व: यादव वोट माले को नहीं बचा सके, और सवर्ण वोट बीजेपी के पक्ष में गया।

सामाजिक समीकरण:

यादव: 13.9%

ईबीसी: 12.3%

सवर्ण: 24%

मुसलमान और भूमिहार: 10%

एनडीए की रणनीतिक जीत और आगे का प्रभाव

विशेषज्ञों के अनुसार, प्रशांत किशोर की जनसुराज ने एनडीए को अप्रत्यक्ष रूप से मदद की। वहीं, बीजेपी और जेडीयू के बीच बेहतर समन्वय से एनडीए को मजबूती मिली।

महागठबंधन की विफलता: उम्मीदवार चयन और वोटरों के जुड़ाव में कमी रही।

एनडीए की रणनीति: नए प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और स्थानीय समीकरणों पर फोकस ने जीत सुनिश्चित की।

विशेषज्ञों की राय

एमवाई समीकरण: मुसलमान वोट महागठबंधन और जनसुराज के बीच बंट गया।

परिवारवाद की हार: मतदाताओं ने परिवारवाद को नकारते हुए स्थानीय मुद्दों पर ध्यान दिया।

2025 का प्रभाव: यह उपचुनाव 2025 के विधानसभा चुनावों की दिशा तय कर सकता है।

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