Bihar News : सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं की बदहाल स्थिति का दावा करते हुए पूर्व आईएएस और कांग्रेस नेता गोरखनाथ ने लखीसराय के जिलाधिकारी से इसमें सुधार करने का आग्रह किया है. गोरखनाथ इन दिनों लखीसराय का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान जिले के अस्पतालों में मौजूदा व्व्यस्थाओं और खासकर चिकित्सकों तथा कर्मियों के सही ढंग से उपस्थित नहीं होने पर उन्होंने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है. उन्होंने कहा कि लखीसराय जिलान्तर्गत स्वास्थ्य विभाग के सदर अस्पताल एवं विभिन्न प्रखंडों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की कार्यप्रणाली में यथोचित सुधार करने एवं निरीक्षण करने की जरूरत है.
इसे लेकर गोरखनाथ ने जिलाधिकारी को बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान लखीसराय जिला के आम गरीब जनता द्वारा यह शिकायतें प्राप्त हो रही है कि सरकार के द्वारा स्थापित जिला सदर अस्पताल एवं प्रखंडों में स्थित प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उपकेन्द्रों में जो व्यवस्थायें की गई है। उस व्यवस्था एवं सुविधा का लाभ आम नागरिक को आपातकाल एवं सामान्य काल में नहीं मिल पाता है क्योंकि चिकित्सक एवं उनके अधीनस्थ एवं कार्यरत कर्मी समय पर उपस्थित नहीं रहते हैं और यहाँ के नागरिकों को सामान्य चिकित्सा हेतु भी बेगुसराय या पटना जाकर इलाज कराना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि 9.11.2024 को यह पाया गया कि अभी लखीसराय जिले के एक निवासी अपने इलाज हेतु बेगुसराय जा रहे थे पर सिमरिया गंगा सेतु जाम रहने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। स्वास्थ्य संबंधित संस्थानों के डॉक्टर रोस्टर बनाकर कार्य करते हैं और दो-दो दिनों का रोस्टर तैयार कर ड्यूटी करते हैं अर्थात प्रत्येक दो दिन कार्य करने के बाद दो दिन अनुपस्थित रहते हे जिसके कारण आम जनमानस की चिकित्सा पर प्रतिकूल असर पड़ता है। उन्होंने दावा किया कि अस्पतालों की निरीक्षण प्रणाली लगभग समाप्त हो चुकी है। जिला एवं राज्यों के वरीय पदाधिकारी के द्वारा इसका निरीक्षण प्रायः नहीं होने से चिकित्सा व्यवस्था मृतप्राय हो रही है।
उन्होंने लखीसराय के जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि जिला स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों तथा अस्पतालों के निरीक्षण हेतु वरीय पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया जाय एवं इसमें सुधार हेतु सम्यक कारवाई करने की जाय।
लखीसराय से कमलेश की रिपोर्ट