Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर जिले में तीसरे औद्योगिक क्षेत्र के विकास की योजना से बेरोजगारों और नए व्यवसाय शुरू करने वालों के लिए बड़ी राहत मिलेगी। पहले से मौजूद बेला और मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्रों के बाद, अब पारू में 788.21 एकड़ भूमि पर एक नए औद्योगिक पार्क का निर्माण किया जाएगा। यह कदम न केवल क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।
औद्योगिक क्षेत्र के लिए चिन्हित भूमि और योजना
पारू अंचल में तीन मौजाओं में जमीन चिन्हित की गई है:
चतुरपट्टी: 486 एकड़ 60 डिसमिल
चिउटाहा: 193 एकड़ 99 डिसमिल
भोजपट्टी: 107 एकड़ 62 डिसमिल
कुल भूमि: 788.21 एकड़, जिसमें से 28.26 एकड़ भूमि पहले से ही बिहार सरकार के नाम पर दर्ज है। शेष भूमि निजी है, जिसे औद्योगिक विकास के लिए अधिग्रहित किया जाएगा।
प्रस्ताव और विकास की प्रक्रिया
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस नए औद्योगिक क्षेत्र के लिए उद्योग विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है।पटना-बेतिया फोरलेन के पास चिन्हित भूमि का नक्शा और आवश्यक दस्तावेज भी भेजे गए हैं। बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (BIADA) के माध्यम से इस क्षेत्र को औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा।
बुनियादी सुविधाएं और कनेक्टिविटी
पानी, बिजली, सड़क, और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था होगी।यह क्षेत्र सड़क और रेल मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा होगा:एक ओर पटना-बेतिया हाईवे।दूसरी ओर हाजीपुर-सुगौली रेल लाइन।
उद्योगों और स्थानीय विकास के लिए लाभ
औद्योगिक पार्क के विकास से जिले के स्थानीय लोगों को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे।नए उद्योग स्थापित होने से क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।बुनियादी ढांचे के विकास से व्यापार और परिवहन में सुधार होगा।