Darbhanga Airport: बिहार के दरभंगा एयरपोर्ट के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्नयन को लेकर एअरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इसके रनवे की लंबाई 12,000 फीट तक बढ़ाने की मंजूरी दी है। इस विस्तार के लिए AAI ने बिहार सरकार से 90 एकड़ अतिरिक्त भूमि की मांग की है। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा के अनुसार, राज्य सरकार ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया 6 से 8 महीनों में पूरी करने का निर्णय लिया है।
दरभंगा एयरपोर्ट का विस्तार
रनवे विस्तार: 12,000 फीट की लंबाई
अतिरिक्त भूमि: 90 एकड़
भूमि अधिग्रहण: 6-8 महीनों में पूरी होगी
सिविल एन्क्लेव का निर्माण: 52.65 एकड़ भूमि पर, 912 करोड़ रुपये की लागत से
नाइट लैंडिंग की सुविधा: 24 एकड़ भूमि पर स्थापित की जा रही है
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल
दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लंबे समय से यह इच्छा रही है कि यहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के साथ कार्गो सेवाएं भी शुरू हों। दिसंबर 2020 में नीतीश कुमार ने तत्कालीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र लिख कर दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया था। सितंबर 2024 में संजय झा ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से मुलाकात कर नेपाल सीमा के निकट दरभंगा एयरपोर्ट के रणनीतिक महत्व पर भी चर्चा की थी।
उत्तर बिहार में व्यापार और निवेश को मिलेगा बढ़ावा
दरभंगा एयरपोर्ट का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार होने से उत्तर बिहार में व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र में पर्यटकों और बिजनेस ट्रेवलर्स की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे राज्य के उत्तरी भाग में आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी।
उड़ान योजना का सफल परिणाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई उड़ान योजना ने छोटे शहरों को जोड़कर देशभर में हवाई संपर्कता को बढ़ाया है। 2014 में जहां हवाई अड्डों की संख्या 74 थी, वहीं 2024 में यह बढ़कर 157 हो चुकी है। उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट देश का सबसे सफल एयरपोर्ट बन गया है, जो बिहार के 14 जिलों की 6 करोड़ की आबादी को हवाई संपर्कता प्रदान करता है।
बढ़ती यात्री संख्या और नए सिविल एन्क्लेव का निर्माण
यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां 20 अक्टूबर 2024 को 52.65 एकड़ भूमि पर नए सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास किया गया। वर्ष 2020-21 में यहां से आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या 1,53,281 थी, जो 2023-24 में बढ़कर 5,26,066 हो चुकी है।