Railway News: पूर्व मध्य रेलवे के परिचालन विभाग ने मुजफ्फरपुर, नारायणपुर, समस्तीपुर और बरौनी यार्ड का निरीक्षण करते हुए रेलवे सुरक्षा मानकों को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए हैं। यह कदम शंटिंग के दौरान हुई दुर्घटनाओं और रेल कर्मियों की लापरवाही पर लगाम लगाने के लिए उठाया गया है।
मुजफ्फरपुर में निरीक्षण के दौरान कई रेलकर्मी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करते पाए गए। इस दौरान जूते के बजाय चप्पल पहनकर काम कर रहे प्वाइंट्समैन को तत्काल निलंबित किया गया। शंटिंग के दौरान मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए गए। वहीं बरौनी में एक रेलकर्मी की मौत की घटना के बाद, लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया गया। डिरेलमेंट रोकने के लिए उठाए गए कदम
अधिकारियों ने नई सुरक्षा व्यवस्थाएं लागू कीं
हाल ही में यार्डों में हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने नई सुरक्षा व्यवस्थाएं लागू कीं, जिसमें प्रत्येक शंटिंग प्रक्रिया में कम से कम तीन कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। सभी शंटिंग कर्मियों को हाथ में सिग्नल और बत्ती का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए। यार्ड मास्टर और स्टेशन अधीक्षक को शंटिंग प्रक्रिया के दौरान मौके पर मौजूद रहने का आदेश दिया गया। हर कर्मचारी को तय मानकों के अनुसार सुरक्षा जूते और अन्य सुरक्षा उपकरण पहनने होंगे। अधिकारियों का रुख और आगे की योजना रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई
सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वालों पर तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। शंटिंग प्रक्रियाओं की नियमित मॉनिटरिंग और ट्रेनिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे। दुर्घटना क्षेत्रों में विशेष निरीक्षण और अलर्ट सिस्टम लागू किया जाएगा।