Bihar News: बिहार की राजधानी पटना में दीघा घाट और गंगा पथ को पर्यटन के एक नए केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत, गांधी घाट से प्रसिद्ध गंगा महाआरती को अब दीघा घाट पर स्थानांतरित कर दिया गया है। वाराणसी की तर्ज पर, पटना में भी अब भव्य और आकर्षक महाआरती का आयोजन किया जाएगा।
महाआरती और पर्यटन
यह महाआरती देश-विदेश के पर्यटकों को पटना और पूरे बिहार से रूबरू कराएगी। पटना, गया, नवादा, राजगीर, नालंदा, आरा के साथ-साथ गंगा पार के सोनपुर, वैशाली, हाजीपुर सहित आस-पास के लोग भी इस महाआरती में बड़ी संख्या में शामिल होंगे। दीघा घाट पर 10 हजार सीढ़ीनुमा घाट का निर्माण किया जा रहा है, जो इस आयोजन को और भी भव्य बनाएगा।
गंगा तट का विकास
मैरिन ड्राइव गंगा तट को विकसित करने का काम पर्यटन, कला संस्कृति, नगर विकास, पथ निर्माण, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन समेत विभिन्न विभागों के सहयोग से किया जा रहा है। गंगा के किनारे पर्यटकों के ठहरने के लिए स्विस कॉटेज और बांस के घर बनाए जा रहे हैं, जिनकी ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा होगी। इसके अलावा, गंगा तट पर ओपन कैफेटेरिया भी होंगे, जहां पर्यटक गंगा के नज़ारों का लुत्फ उठाते हुए अपना समय बिता सकेंगे।
फिल्म उद्योग के लिए नया अवसर
दीघा घाट और पटना के अन्य गंगा तट फिल्म शूटिंग के लिए एक बेहतरीन लोकेशन के रूप में उभर रहे हैं। यहां फिल्म स्टार आसानी से अपनी फिल्म या गाने की शूटिंग कर सकेंगे।
रोजगार के अवसर
पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होकर, यह क्षेत्र स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। होटल, रेस्तरां, और अन्य सेवाओं के क्षेत्र में लोगों को रोजगार मिलेगा। पटना का दीघा घाट पर्यटन, संस्कृति और विकास का एक नया केंद्र बनने जा रहा है। यह परियोजना न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगी।
पटना से जागृति शर्मा की रिपोर्ट