Chhath Puja: छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं और लोग उत्साह के साथ घाटों को सजाने में जुटे हैं। लेकिन, वार्ड 51 के घघा घाट पर एक बड़ा नाला गंगा में सीधे गिर रहा है, जिससे गंगा जल प्रदूषित हो रहा है। यह समस्या छठ पूजा के दौरान और विकराल रूप ले सकती है, जब हजारों श्रद्धालु यहां अर्घ्य देने आते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले का कच्चा और चौड़ा निकास गंगा तट को क्षतिग्रस्त कर रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस नाले को मिट्टी और बालू से ढककर गंगा में गिरने से रोका जाए। इससे न केवल गंगा जल स्वच्छ रहेगा बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी सुरक्षित माहौल बनेगा। वार्ड 49 के बालू घाट पर भी इसी तरह की समस्या है। घागा घाट के एक प्राचीन मंदिर और सीढ़ियों के पास से एक बड़ा नाला गुजरता है, जो सीधे गंगा में जाकर पानी को प्रदूषित कर रहा है।
यह नाला काफी फैल गया है और इसका निकास भी चौड़ा और खतरनाक हो गया है। छठ पूजा के दौरान हजारों की संख्या में लोग यहां अर्घ्य देने आते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले को लाल कपड़े से ढंकने से समस्या का पूरा समाधान नहीं होगा।
नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि घाट पर एक बड़ा पाइप लगाकर उसे मिट्टी के नीचे दबा दिया जाए और ऊपर से बालू डाल दी जाए। इससे नाला का पानी व्यवस्थित तरीके से बहेगा और घाट भी चौड़ा और सुरक्षित हो जाएगा। उन्होंने बताया कि वार्ड 49 के बालू घाट की स्थिति भी ठीक नहीं है।
छठ पूजा से पहले सभी घाटों की सफाई हो जाएगी और झंडे भी लगा दिए गए हैं। लेकिन घघा घाट पर प्रदूषण की समस्या एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
पटना से प्रगति शर्मा की रिपोर्ट