BPSC Protest: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अभ्यर्थियों के प्रदर्शन और हंगामे के मामले में प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य पर कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में कुल 19 नामजद और 600 से अधिक अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।
प्रशांत किशोर और अन्य पर आरोप
प्रशांत किशोर और अन्य पर अभ्यर्थियों को उकसाने, सड़क पर लाने और हंगामा करने के आरोप दर्ज किया गया है। इस तरह से प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, गैरकानूनी रूप से भीड़ जुटाना, और शांति भंग करने के आरोप शामिल हैं। प्रदर्शन में शामिल सभी नामजद और अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
नामजद और अज्ञात अभियुक्त
प्रशांत किशोर सहित 19 से अधिक नामजद अभियुक्त।600 से अधिक अज्ञात लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया है। जिलाधिकारी ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रदर्शन और हंगामे से जुड़े सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
प्रदर्शन का कारण
BPSC अभ्यर्थी 70वीं परीक्षा की अनियमितताओं और खामियों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। अभ्यर्थियों की मांग है कि 70वीं BPSC परीक्षा को रद्द कर नई परीक्षा आयोजित करें। इस दौरान सड़कों पर हंगामा और अव्यवस्था देखने को मिल रही है। प्रशासन ने इसे सार्वजनिक शांति भंग करने की घटना करार दिया।
बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी
हालांकि, प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने और कानून का पालन करने की अपील की है। वहीं BPSC अभ्यर्थियों के प्रदर्शन से उत्पन्न हालात ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी पर लगे आरोप मामले को और जटिल बना सकते हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन और राजनीतिक दल इस स्थिति को कैसे संभालते हैं।
(पटना से नरोत्तम की रिपोर्ट)