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Bihar Teacher: नो फाउंड वाले सक्षमता पास शिक्षकों के लिए फिर खुले काउंसिलिंग के द्वार, आवेदन प्रक्रिया शुरू

सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। जिन अभ्यर्थियों का आवेदन काउंसलिंग के दौरान "नो फाउंड" हो गया था, उनके लिए एक और मौका दिया जा रहा है

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बिहार में सक्षमता परीक्षा (प्रथम) उत्तीर्ण उन शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है, जिनका आवेदन काउंसलिंग के दौरान नो फाउंड श्रेणी में फंस गया था। ऐसे अभ्यर्थियों के लिए जिला शिक्षा कार्यालय ने दोबारा काउंसलिंग की घोषणा की है, ताकि उन्हें एक और मौका मिल सके। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राज कमल के अनुसार, विभिन्न कारणों से काउंसलिंग प्रक्रिया में आवेदन 'नो फाउंड' हो गया, जिसके कारण इन अभ्यर्थियों को पहले चरण में मौका नहीं मिल सका। अब जिला शिक्षा कार्यालय ने ऐसे आवेदकों से 4 नवंबर तक दोबारा आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन के आधार पर अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेजों की जांच बिहार बोर्ड के पोर्टल पर की जाएगी।


मूल दस्तावेज अपलोड की अंतिम तारीख 9 नवंबर

राजकमल ने जानकारी दी कि जिला शिक्षा कार्यालय ने एक विशेष कैंप का आयोजन करने का निर्णय लिया है, जिसमें सभी आवश्यक दस्तावेजों की पुष्टि की जाएगी। अभ्यर्थियों के पास 9 नवंबर तक का समय है, ताकि वे अपने सभी दस्तावेज बिहार बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड कर सकें। अगर पोर्टल पर अपलोड किए गए दस्तावेज सही पाए जाते हैं, तो पुनः काउंसलिंग के लिए विभाग स्तर पर तिथि निर्धारित की जाएगी।


सितंबर में भी हुआ था काउंसलिंग का आयोजन

उल्लेखनीय है कि सक्षमता पास (प्रथम) के शिक्षक अभ्यर्थियों की पहली काउंसलिंग सितंबर माह में आयोजित की गई थी, जिसमें विभिन्न कारणों से करीब 600 आवेदनों का स्टेटस ‘नो फाउंड’ में दिखा। जिला शिक्षा कार्यालय अब इन आवेदनों को फिर से काउंसलिंग के तहत शामिल करने का प्रयास कर रहा है ताकि योग्य उम्मीदवारों को नौकरी पाने का मौका मिल सके।


‘नो फाउंड’ का कारण और समाधान

राजकमल ने बताया कि अधिकांश ‘नो फाउंड’ मामले में आवेदन तकनीकी कारणों, दस्तावेज अपलोड में त्रुटियों या आवेदन प्रक्रिया की कमी के कारण हुआ। अब इस स्थिति से बचने के लिए सभी दस्तावेज़ों को सही तरीके से अपलोड करने और सटीक जानकारी भरने की अपील की गई है। यह पहल उन अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत है, जिन्होंने शिक्षक बनने का सपना देखा था, लेकिन प्रक्रिया के तकनीकी पहलुओं के कारण चयन सूची में शामिल नहीं हो सके। अब पुनः आवेदन और दस्तावेज जांच के बाद इन्हें नौकरी पाने का दूसरा मौका मिलेगा।

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