Patna Hotel: बिहार में पर्यटन उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पर्यटन स्थलों के विकास के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं की ओर ध्यान दिया है। इसी क्रम में पटना में तीन नए फाइव स्टार होटलों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो प्रदेश में पर्यटन और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देंगे।
पटना में फाइव स्टार होटलों का निर्माण: पीपीपी मॉडल के तहत योजना
बिहार सरकार ने पटना में तीन नए फाइव स्टार होटलों के निर्माण के लिए लोक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल अपनाया है। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने होटल के निर्माण के लिए डेवलपर्स को चुनने के लिए ई-निविदा प्रकाशित की है। आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है, और डेवलपर्स 7 जनवरी 2025 से 10 फरवरी 2025 तक ई-टेंडर जमा कर सकते हैं।
होटलों का स्थान और विशेषताएं
वीरचंद पटेल मार्ग: होटल पाटलिपुत्र अशोक की डेढ़ एकड़ जमीन पर कम से कम 100 कमरे का होटल बनाया जाएगा।
बांकीपुर (गांधी मैदान के उत्तरी छोर): 3.24 एकड़ जमीन पर 150 कमरों का होटल प्रस्तावित है।
सुल्तान पैलेस: 4.89 एकड़ भूमि पर 150 कमरों का होटल बनाया जाएगा, जिसमें विरासत संरक्षण को ध्यान में रखते हुए हेरिटेज होटल का निर्माण किया जाएगा।
लीज की शर्तें
नीतीश कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को 10 सितंबर 2024 को मंजूरी दी थी। चुने गए डेवलपर्स को 90 वर्षों के लिए लीज का अधिकार दिया जाएगा, जिसमें प्रारंभिक 60 वर्षों के बाद 30 वर्षों के लिए स्वचालित नवीनीकरण का प्रावधान है।
पर्यटन उद्योग के विकास में होटलों की भूमिका
नए फाइव स्टार होटलों के निर्माण से बिहार में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। यह कदम रोजगार के नए अवसर सृजित करेगा और राज्य के पर्यटन उद्योग को नई दिशा देगा। आधुनिक निर्माण के साथ-साथ विरासत संरक्षण पर भी ध्यान दिया गया है, खासकर सुल्तान पैलेस की ऐतिहासिक इमारत को संरक्षित करने की योजना है।
पर्यटन स्थलों का विकास
बिहार में कई प्रमुख पर्यटन स्थल हैं जैसे गया, सीतामढ़ी, राजगीर, और वाल्मीकि टाइगर रिजर्व। इन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है, और सरकार आधुनिक सुविधाओं के साथ इन स्थलों को और विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।