Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सभी पार्टियों ने अभी से ही तैयारी शुरु कर दी है। 23 दिसंबर यानी कल से सीएम नीतीश प्रगति यात्रा पर निकलने वाले हैं। सीएम नीतीश की यात्रा के पहले आज यानी रविवार को जदयू ने कर्पूरी रथ और नारी शक्ति रथ को रवाना किया है। ये रथ प्रदेश के सभी जिलों में भ्रमण कर आम लोगों को सीएम नीतीश के द्वारा चलाए गए योजनाओं की जानकारी देगा। जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा,प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने हरि झंडी दिखाकर रथ को रवाना किया। इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी, एमएलसी संजय गांधी के अलावा कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जदयू ने कर्पूरी रथ को किया रवाना
कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बहुत बड़ा योगदान महिला सशक्तिकरण और अति पिछड़ा को ताकत देने के लिए है। जब सरकार बनी थी तो महिला को 50% आरक्षण, शिक्षा पर काम, नौकरी में रिजर्वेशन यह सारा काम पिछले 18से19 साल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुआ है। बिहार में पिछड़ा अतिपिछड़ा को पंचायत में आरक्षण नहीं था। 2006 से आरक्षण देने का काम नीतीश कुमार ने किया। उनके लिए कर्पूरी छात्रावास से लेकर अन्य सुविधा देने का काम नीतीश कुमार ने दिया। उन्होंने कहा कि यह दोनों रथ निकाला है पूरे प्रदेश में घूमेगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किए गए कार्य को बताने का काम करेगा।
जो सही होगा वही करेगी सरकार
तेजस्वी यादव के द्वारा बीएससी अभ्यर्थी की सत्याग्रह आंदोलन में शामिल होने पर कहा कि, सरकार सही और उचित होगा वह काम करेगी। इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। इतनी बड़ी बहाली बीपीएससी के द्वारा की गई। आज तक कंप्लेंट नहीं मिला होगा। इतना पारदर्शिता के साथ की गई है। अभी भी जो सही होगा उस हिसाब से सरकार काम करेगी। बता दें कि बीपीएससी अभ्यर्थी गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों की मांग है कि 70वीं बीपीएससी परीक्षा को फिर से लिया जाए।
19 सालों से यात्रा कर रहे सीएम नीतीश
मालूम हो कि सीएम नीतीश कल यानी सोमवार से प्रगति यात्रा पर जाने वाले हैं जिसको लेकर संजय झा ने कहा कि, कल से सीएम की यात्रा शुरू हो रही है। नीतीश कुमार पिछले 19 सालों से यात्रा कर रहे हैं। पहला यात्रा तब शुरू किए जब मुख्यमंत्री नहीं थे। यात्रा इसलिए करनी पड़ी जो लोग संविधान लेकर घूम रहे हैं उन लोगों ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। राष्ट्रपति शासन में नीतीश कुमार की सरकार नहीं बनने दी गई। लोग कोर्ट में गए कोर्ट ने फैसला किया तो गवर्नर को इस्तीफा देना पड़ा। उस समय यात्रा पर नीतीश कुमार लोगों से न्याय मांगने के लिए निकले। कांग्रेस के द्वारा संविधान को तार तार किया गया था।
सीएम नीतीश लेंगे फीडबैक
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों के बीच जाते हैं उनके निकालने का उद्देश्य है। जो काम जमीन पर चल रहे हो उसको देखना और क्या कर सकते हैं, उसका फीडबैक लेना। उनके यात्राओं यात्रा का असर है कि जमीन पर इतना कम दिखाई पड़ा। बता दें कि, सीएम नीतीश फिलहाल सीएम आवास में है बीते दिन उनकी तबीयत खराब होने की खबर मिली थी हालांकि सीएम नीतीश कल से यात्रा पर निकलेंगे या नहीं इसको लेकर फिलहाल कोई अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
वन नेशन वन इलेक्शन
तेजस्वी यादव के माई बहिन मान योजना को लेकर संजय झा ने कहा नीतीश कुमार ने कभी गेम नहीं किया उनके जीवन में चेंज करने वाला काम है.. उस काम को किया है। यह लोग जो भाषण दे रहा है परिवार के बाहर कहां सोचते है। वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर विपक्ष के द्वारा विरोध करने पर कहा कि जब से देश में चुनाव हुआ 1952 से वन नेशन वन इलेक्शन था। 1952 में एक साथ केंद्र और राज्य का चुनाव हुआ। 1957 में भी एक साथ चुनाव हुआ। 1967 से जब कांग्रेस प्रदेश में 356 लगना शुरू किया तब से यह गड़बड़ हुआ।हमारे पार्टी हमारे नेता का मानना है लोकसभा और विधानसभा का चुनाव साथ-साथ होना चाहिए। इतना लाखों रुपया इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होता है तुरंत आचार संहिता लग जाता है काम रुक जाता है। इसलिए एक बार चुनाव हो एक बार चुन कर आए तो 5 साल काम करें ये मानना है।
पटना से रंजन की रिपोर्ट