Medical College In Bihar: जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत बेला मौजा में मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल का निर्माण कार्य अब तेजी से प्रगति पर है. कार्य एजेंसी ने समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. एक ही शिफ्ट में 300 से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं. अब तक लगभग 40% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. जिम्मेदार अधिकारियों का दावा है कि अक्टूबर 2026 तक इस परियोजना को पूरा कर हस्तांतरित कर दिया जाएगा.
महत्वपूर्ण परियोजना की शुरुआत
दिसंबर 2021 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना का शिलान्यास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था. 27 एकड़ क्षेत्र में फैले और 500 करोड़ की लागत से बनने वाले इस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की घोषणा ने क्षेत्र के लोगों में उत्साह भर दिया था.
निर्माण कार्य की लागत और प्रगति
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकार ने इस परियोजना का निर्णय लिया. इसमें कुल 500 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें राज्यांश 350 करोड़ और केंद्रांश 150 करोड़ रुपये हैं. किऊल नदी के किनारे बेला मौजा में बन रहे इस मेडिकल कॉलेज का निर्माण 36 माह में पूरा करने का निर्देश दिया गया है ताकि क्षेत्र के लोगों को जल्द से जल्द आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें.शुरुआती धीमी प्रगति के बाद अब कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है. कार्य एजेंसी के मुताबिक, 40% निर्माण पूरा हो चुका है. ब्वायज हॉस्टल, गर्ल्स हॉस्टल, डायरेक्टर बंगला, जूनियर रेजिडेंस, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, धर्मशाला भवन, और एकेडमिक ब्लॉक का निर्माण कार्य प्रगति पर है. साथ ही, अस्पताल के मुख्य भवन का कार्य भी शुरू कर दिया गया है.
आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का लाभ
इस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से जमुई के साथ-साथ लखीसराय, शेखपुरा और झारखंड के सीमावर्ती गिरिडीह जिले के लोगों को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी. इसमें ओपीडी, आधुनिक आकस्मिक आईसीयू, लेबर रूम, और मॉड्यूल ऑपरेशन थिएटर जैसी सेवाएं उपलब्ध होंगी.
मेडिकल कॉलेज की विशेषताएं
300 बेड: छात्रों के लिए हॉस्टल.
200 बेड: छात्राओं के लिए हॉस्टल.
100 बेड: इंटर्न हॉस्टल.
62 यूनिट: रेजिडेंस हॉस्टल.
100 बेड: धर्मशाला.
अक्टूबर 2026: लक्ष्य तिथि
शुरुआत में इस परियोजना को मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण इसे अक्टूबर 2026 तक बढ़ा दिया गया है. इसके लिए कार्य एजेंसी को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं.