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Bihar News: DCLR का कारनामा, ट्रांसफर ऑर्डर से पहले की तारीख में जमीन से जुड़े 200 फाइलों का कर दिया काम तमाम, दलालों ने काटी चांदी

Bihar News: पटना सदर अनुमंडल की पूर्व डीसीएलआर मैत्री सिंह ने ट्रांसफर ऑर्डर के पहले की तारीख में जमीन से जुड़े करीब 200 फाइलों को काम तमाम कर दिया है। भ्रष्टाचार जांच में डीसीएलआर के खिलाफ कई सबूत सामने आए हैं।

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DCLR Maitri Singh - फोटो : प्रतिकात्मक

Bihar News: पटना सदर अनुमंडल की पूर्व डीसीएलआर मैत्री सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। एक जांच कमेटी की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि मैत्री सिंह ने अपने स्थानांतरण के बाद भी लगभग 200 फाइलों का बैकडेट में निपटारा किया था। इतना ही नहीं, डीसीएलआर कार्यालय में बिचौलियों के माध्यम से फाइलों का निपटारा किया जाता था।

जांच कमेटी की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

दरअसल, डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर डीसी समीर सौरभ की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्य कमेटी ने बुधवार को रिपोर्ट सौंप दी। जांच कमेटी ने पाया है कि मैत्री सिंह ने स्थानांतरण के बाद भी बड़ी संख्या में फाइलों को बैकडेट में निपटाया है। भूमि विवाद से संबंधित कई महत्वपूर्ण अभिलेख अभी भी गायब हैं। कुछ मामलों में आदेश पहले से पारित किए गए थे, लेकिन ऑनलाइन सिस्टम में बाद में दिखाए गए। मैत्री सिंह ने फाइलों के निपटारे के लिए बिचौलियों का इस्तेमाल किया। फाइलों को कार्यालय से बाहर ले जाकर निजी वाहन से वापस लाया गया।

जांच कमेटी की सिफारिश 

इस मामले में जांच कमेटी ने मैत्री सिंह को इस मामले में दोषी मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है। वहीं बैकडेट में निपटाए गए फाइलों को वर्तमान डीसीएलआर को लौटाया गया है। भूमि विवाग निराकरण वाद से संबंधित 50 अभिलेख स्थानांतरण के बाद वापस किए गए हैं। जानकारी अनुसार अब भी 10 अभिलेख उपलब्ध नहीं है। 

कई फाइलें अब भी गायब

जानकारी अनुसार इसमें 2023-24 से संबंधित भूमि विवाद के केस नंबर 5, 35,42, 44, 53, 54 ,62 तथा 2024-25 से संबंधित भूमि विवाद केस संख्या 10, 13 और 20 फाइल संख्या अभी भी गायब है। इसी प्रकार भूमि विवाद के 50 अभिलेख में से 19 अभिलेख में आदेश पूर्व से पारित है, जबकि ऑनलाइन व्यवस्था में फाइलों का निष्पादन वर्तमान में दिखाया जा रहा है। चार फाइल ऐसी हैं जो भूमि विवाद से संबंधित है, जिसके आदेश की प्रति फाइल में संलग्न नहीं है। इसकी छानबीन की जा रही है कि आखिर पूर्व डीसीएलआर ने ऐसा क्यों किया?


डीसीएलआर के खिलाफ कार्रवाई की मांग

जांच कमेटी ने छानबीन में कई खुलासे हुए हैं। जांच में ये भी पता चला कि डीसीएलआर के आदेश से ही फाइलों को कार्यालय के बाहर रखा जाता था। इतना ही नहीं, डीसीएलआर कार्यालय में बिचौलियों के माध्यम से फाइलों का निपटारा किया जाता था। जांच कमेटी ने अब इस मामले में डीसीएलआर पर कार्रवाई करने की मांग की गई है। 

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