Bihar Flood News: बिहार में जल प्रलय ! गंगा और कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा, बाढ़ में कई गांव विलुप्त, इन जिलों में बड़ा खतरा
Bihar Flood News: बिहार में जल प्रलय देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कई जिले बाढ़ के चपेट में है, वहीं अभी गंगा और कोसी के जलस्तर अभी और बढ़ने की संभावना है। पटना, वैशाली सहित कई जिलों में हाहाकर मच गया है...

Bihar Flood News: बिहार में मानसून सक्रिय है और लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने राज्य के अधिकांश जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। रविवार को पटना समेत 13 जिलों में भारी वर्षा दर्ज की गई। राजधानी पटना के पटना जंक्शन, पाटलिपुत्र स्टेशन और कई मोहल्लों में जलजमाव हो गया है। गंगा सहित अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि से निचले इलाकों में पानी भर गया है। पटना, वैशाली, आरा, भागलपुर, बांका में बाढ़ के हालात हैं।
गंगा और कोसी नदी में बढ़ा जलस्तर
रविवार को भारी बारिश के बाद भागलपुर जिले में गंगा और कोसी नदी के जलस्तर में इजाफा हुआ। मंगलवार को गंगा का जलस्तर रिकोर्ड स्तर के छूने के करीब है। लोगों का बाढ़ से हाल बेहाल है। भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखंड का जवईनिया गांव पूरी तरह से गंगा नदी के कटाव की चपेट में आ गया है। पूरा गांव विलीन हो चुका है। लोग बांध के ऊपर रह रहे हैं। अगले 24 घंटे में मुंगेर में 53 सेमी, भागलपुर में 70 सेमी, कहलगांव में 29 सेमी, साहिबगंज में 31 सेमी और फरक्का में 30 सेमी बढ़ोतरी हुई है।
अभी और बढ़ेगा जलस्तर
वहीं आपदा की स्थिति को देखते हुए केंद्रीय जल आयोग ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष को जलस्तर की स्थिति से आगाह किया है। आयोग की रिपोर्ट पर देखर आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी अंचलों को अलर्ट कर दिया है। गंगा के जलस्तर में अभी और बढ़ाव हो सकता है। आयोग के अनुसार गंगा इलाहाबाद से फरक्का तक लाल निशान के पार है। सिर्फ सोमवार को ही गंगा का जलस्तर मुंगेर और भागलपुर में ही लाल निशान के नीचे पाया गया। हालांकि सभी गेज स्थल पर बढ़त आंका गया है।
पटना और आस-पास के हालात
पटना में लगातार बारिश के कारण रेलवे स्टेशन, अस्पताल, मोहल्लों और बाजारों में पानी भर गया है। गांधी घाट पर गंगा नदी खतरे के निशान से 70 सेमी ऊपर बह रही है। दीघा घाट के पास बिंद टोली में घरों में पानी घुस चुका है। हाथीदह में भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। प्रशासन दियारा इलाकों में सतर्कता बरत रहा है।
बांका में 30 साल का रिकॉर्ड टूटा
बांका में 1995 के बाद पहली बार बाढ़ जैसी स्थिति बनी है। लगातार बारिश के कारण बांध टूट गया, जिससे खेतों में पानी भर गया और फसलें बर्बाद हो गईं। बांका, पटना, सीवान, दरभंगा, मोतिहारी सहित कई जिलों में रविवार को जमकर बारिश हुई।
बक्सर और भागलपुर की भयावह स्थिति
बक्सर में स्टेट हाईवे पर तीन फीट से अधिक पानी चढ़ गया है। सड़क पर यातायात रोक दिया गया है, लेकिन लोग नाव से यात्रा कर रहे हैं। भागलपुर जिले के बधिया गांव टापू में तब्दील हो चुका है। घरों में पानी घुसने से लोग कैद होकर रह गए हैं।
नेपाल से छोड़ा गया पानी, गंडक नदी उफान पर
नेपाल के तराई क्षेत्रों और गंडक जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण वाल्मीकिनगर बैराज से सोमवार शाम को 1,47,500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बैराज का जलस्तर 362 फीट दर्ज किया गया, जिससे गंडक नदी के आसपास बाढ़ की स्थिति बन गई है।
राघोपुर में बाढ़ का कहर
गंगा नदी का उफान राघोपुर की धरती पर कहर बनकर टूटा है। लगातार बढ़ते जलस्तर से प्रखंड के निचले इलाकों में हालात भयावह हो चुके हैं। बाढ़ का पानी अब गांवों को निगलने लगा है, तो सड़कों का संपर्क टूटने से लोग एक-दूसरे से कट गए हैं। शिवनगर मार्केट से विश्राम टोला जाने वाली सड़क पर पानी भर जाने से लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई हो रही है। कई लोग केले के थम और ट्यूब की मदद से स्थानीय रास्ते पार कर रहे हैं। कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल के पाया नंबर 29 के पास सड़क कट चुकी है। इसका असर जाफराबाद और जहांगीरपुर जैसे गांवों पर पड़ा है, जिनका मुख्य मार्ग से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है।
सड़कों और पुलों को नुकसान
किशनगंज में तेज बहाव में डायवर्जन बह गया, वहीं बांका में पुल क्षतिग्रस्त हो गया। समस्तीपुर में डायवर्जन बह जाने से ग्रामीणों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। वैशाली के राघोपुर प्रखंड में गंगा का पानी शिवनगर से विश्राम टोला जाने वाली सड़क को डुबो चुका है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए भोजपुर जिले के शाहपुर, बड़हरा और कोईलवर प्रखंड के 71 स्कूलों को 5 से 9 अगस्त तक बंद कर दिया गया है।
जलस्तर बढ़ने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में अगले सात दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा सहित गंगा नदी के किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।