HMPV virus: बिहार में HMPV वायरस के अब तक कोई मामले सामने नहीं आए हैं। बावजूद इसके बिहार का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने जिला मजिस्ट्रेट और सिविल सर्जन को सलाह जारी की है और आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए हैं। दवाओं और अन्य आवश्यक तैयारियों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि HMPV एक सामान्य श्वसन तंत्र का वायरस है, जिसके लक्षण कोरोना वायरस के समान होते हैं। हाल के दिनों में चीन के कुछ क्षेत्रों में इसके मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी गई है, और इसे चीन द्वारा मौसमी इन्फ्लुएंजा के रूप में वर्गीकृत किया गया है। भारत में अब तक गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) के 714 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 9 मामलों में लैब परीक्षण में HMPV पॉजिटिव पाया गया है।HMPV के सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई, और गंभीर मामलों में ब्रोंकाइटिस तथा निमोनिया शामिल हैं।
बता दें चीन में हड़कंप मचाने के बाद HMPV वायरस अब भारत में भी दस्तक दे चुका है। भारत के चार राज्यों में छह बच्चे चीन में फैले नए वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। यह वायरस, जो कोरोना जैसे HMPV के रूप में जाना जाता है, कर्नाटक और तमिलनाडु में दो-दो बच्चों को प्रभावित कर रहा है, जबकि पश्चिम बंगाल और गुजरात में एक-एक बच्चा इस वायरस से संक्रमित हुआ है। सभी बच्चों की आयु तीन से आठ महीने के बीच है। HMPV का प्रभाव विशेष रूप से छोटे बच्चों पर अधिक देखा जा रहा है। केंद्र सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसके बाद बिहार सरकार ने भी एडवाइजरी जारी कर दी है।स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि इस वायरस से बचने के लिए -
हाथो को साबुन एवं पानी से लगातार धोना,।
गंदे हाथो से आँख, नाक अथवा मुँह को नहीं छूना।
संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना।
खांसते एवं छींकते वक्त मुँह को रूमाल से ढकना।
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए वस्तुओ को लगातार साफ करना।
संक्रमण की अवधि में खुद को घर में ही isolate करना।
बिहार स्वास्थ्य विभाग ने छोटे बच्चे, 60 वर्षों से अधिक उम्र वाले व्यक्ति तथा कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्ति के लिए विशेष ऐहतियात बरतने का सुझाव दिया है।
बता दें भारत के चार राज्यों में छह बच्चे चीन में फैले नए वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। यह वायरस, जो कोरोना जैसे HMPV के रूप में जाना जाता है, कर्नाटक और तमिलनाडु में दो-दो बच्चों को प्रभावित कर रहा है, जबकि पश्चिम बंगाल और गुजरात में एक-एक बच्चा इस वायरस से संक्रमित हुआ है। सभी बच्चों की आयु तीन से आठ महीने के बीच है। HMPV का प्रभाव विशेष रूप से छोटे बच्चों पर अधिक देखा जा रहा है। केंद्र सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है