बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

इंसानों के लिए भी खतरा बन सकती है Zombie Deer Disease, जान लीजिए लक्षण और बचाव के उपाय

हिरणों में पाई जाने वाली बीमारी जॉम्बी डियर डिजीज अब इंसानों के लिए भी खतरा बन सकती है। आइए जानें इस बीमारी के लक्षण, कारण और इंसानों पर इसके संभावित प्रभाव।

Zombie Deer Disease

हिरणों में पाई जाने वाली जॉम्बी डियर डिजीज (Zombie Deer Disease), जिसे क्रॉनिक वेस्टिंग डिजीज (CWD) के नाम से भी जाना जाता है, हाल ही में एक गंभीर विषय बन गई है। इस बीमारी के कारण हिरण और अन्य जानवर अजीबोगरीब व्यवहार करते हैं, जैसे कि लार टपकाना, असंतुलित चलना और आक्रामकता। अब वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह बीमारी इंसानों तक भी फैल सकती है।


जॉम्बी डियर डिजीज क्या है?

जॉम्बी डियर डिजीज एक प्रीऑन डिजीज है। प्रीऑन असामान्य रूप से मुड़े हुए प्रोटीन होते हैं, जो जानवरों के मस्तिष्क में जमा हो जाते हैं और ब्रेन सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। यह बीमारी धीरे-धीरे विकसित होती है और महीनों या वर्षों तक लक्षण स्पष्ट नहीं होते।


यह बीमारी कैसे फैलती है?

सीडब्ल्यूडी (CWD) कई तरीकों से फैल सकती है:

संक्रमित जानवरों के फ्लूइड्स: जब स्वस्थ जानवर संक्रमित जानवरों के मल, मूत्र या लार के संपर्क में आते हैं, तो वे भी बीमार हो सकते हैं।

संक्रमित मांस का सेवन: संक्रमित जानवरों का मांस खाने से यह बीमारी फैल सकती है।

दूषित मिट्टी और पानी: संक्रमित जानवरों के फ्लूइड्स मिट्टी और पानी को दूषित कर सकते हैं, जिससे अन्य जानवर संक्रमित हो सकते हैं।


लक्षण क्या हैं?

सीडब्ल्यूडी के लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं: वजन घटाना, कमजोरी और थकान, लार टपकाना, असंतुलित चलना, आक्रामकता, ज्यादा प्यास लगना और बार-बार पेशाब करना


क्या यह इंसानों के लिए खतरा है?

हालांकि, फिलहाल इस बात का प्रमाण नहीं है कि यह बीमारी इंसानों में फैल चुकी है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि यह संभव है। प्रीऑन डिजीज इंसानों में गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं पैदा कर सकती है। इसलिए, जॉम्बी डियर डिजीज को लेकर सतर्क रहना जरूरी है।


इस बीमारी से बचाव कैसे करें?

संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से बचें। केवल स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रमाणित मांस का ही सेवन करें। जंगलों में या शिकार के दौरान सावधानी बरतें। संदिग्ध जानवरों को देखें तो संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।


निष्कर्ष

जॉम्बी डियर डिजीज एक गंभीर बीमारी है, जो जानवरों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी खतरा बन सकती है। हालांकि, फिलहाल इंसानों में इसके फैलने का प्रमाण नहीं है, लेकिन इससे जुड़े सभी संभावित जोखिमों से सतर्क रहना बेहद जरूरी है। वैज्ञानिक और स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस बीमारी पर नजर बनाए हुए हैं। सुरक्षित आदतों और जागरूकता के साथ हम खुद को और अपने आसपास के लोगों को इस बीमारी के प्रभाव से बचा सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

Editor's Picks