परिवार में हस्बैंड-वाइफ का रिश्ता सबसे खास होता है, लेकिन पति-पत्नी के झगड़े बच्चों पर मानसिक दबाव डाल सकते हैं। बच्चों के सामने गाली-गलौज, अपमान, और हाथापाई जैसे काम उनके दिमाग पर नकारात्मक असर डालते हैं। बच्चों की मासूमियत को बचाने और उन्हें स्वस्थ मानसिक वातावरण देने के लिए जरूरी है कि हस्बैंड-वाइफ इन आदतों से बचें।
सबसे पहली बात
बच्चों के सामने गाली-गलौज करने से बचें। जब बच्चे माता-पिता को गाली देते सुनते हैं, तो वे भी यही आदत अपना सकते हैं। यह उनके व्यक्तित्व और व्यवहार पर बुरा असर डालता है।
दूसरी बात
बच्चों के सामने हाथापाई बिल्कुल न करें। ऐसी घटनाएं बच्चों को मानसिक रूप से बहुत प्रभावित करती हैं। वे डर और गुस्से का शिकार हो सकते हैं, जिससे उनके भविष्य में रिश्तों के प्रति गलत नजरिया बन सकता है।
तीसरी बात
बच्चों के सामने एक-दूसरे का अपमान न करें। इससे बच्चों का आत्मविश्वास कम हो सकता है। माता-पिता बच्चों के आदर्श होते हैं। जब वे अपने माता-पिता को एक-दूसरे को नीचा दिखाते देखते हैं, तो वे खुद भी असुरक्षित महसूस करने लगते हैं।
तीनों बातों से बचने के लिए पति-पत्नी को संवाद बनाए रखना चाहिए। मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं और एक-दूसरे का सम्मान करें। प्यार और स्नेह से भरा माहौल न केवल आपके रिश्ते को मजबूत करेगा बल्कि बच्चों को भी मानसिक रूप से मजबूत बनाएगा बच्चों का भविष्य उनके माता-पिता के व्यवहार पर निर्भर करता है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि हस्बैंड-वाइफ अपनी लड़ाईयों और बहसों को बच्चों के सामने न लाएं।