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बच्चों को सिखाएं सेविंग और इन्वेस्टमेंट के टिप्स

बच्चों को आर्थिक रूप से सशक्त और जिम्मेदार बनाना हर माता-पिता की प्राथमिकता होनी चाहिए। वित्तीय साक्षरता के ज़रिये बच्चों को बचपन से ही सेविंग और इन्वेस्टमेंट का महत्व सिखाया जा सकता है। पैरेंटिंग कोच से जानें इसके आसान और असरदार टिप्स।

बच्चों में बचत

माता-पिता बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करने में अपनी पूरी ताकत लगा देते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि वित्तीय साक्षरता सिखाना भी उतना ही जरूरी है जितना अच्छे संस्कार देना? पैरेंटिंग कोच मीनाक्षी अग्रवाल कहती हैं कि अगर बच्चों को छोटी उम्र से ही पैसे का सही महत्व समझाया जाए, तो वे बड़े होकर अधिक जिम्मेदार बन सकते हैं।


1. छोटे कदमों से शुरू करें

बचत और निवेश का पहला कदम एक पिग्गी बैंक से शुरू हो सकता है। बच्चों को रंग-बिरंगे पिग्गी बैंक में पैसे जमा करने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ, उन्हें यह भी समझाएं कि यह पैसा उनकी जरूरत के समय काम आ सकता है।


2. कमाई का महत्व समझाएं

बच्चों को छोटे काम करने के बदले कुछ पैसे देकर उन्हें कमाई का महत्व सिखाएं। उदाहरण के लिए, खिलौने समेटने या घर के छोटे-मोटे काम करने के लिए सिक्के दें। इससे उन्हें मेहनत और कमाई के बीच का रिश्ता समझ आएगा।


3. बजट बनाना सिखाएं

बच्चों के साथ मासिक खर्च का बजट बनाएं। उन्हें किराना सामान खरीदने या छुट्टियों की योजना बनाने में शामिल करें। इस तरह, वे समझ पाएंगे कि खर्च और बचत के बीच संतुलन कैसे बनाए रखा जाए।


4. खेल और डिजिटल साधनों का उपयोग करें

मोनोपॉली जैसे खेल बच्चों को वित्तीय निर्णय लेने का तरीका सिखाते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन फाइनेंशियल गेम और एप्स का उपयोग कर बच्चों को आकर्षक और इंटरैक्टिव तरीके से निवेश और बचत सिखाएं।


5. बैंक की प्रक्रिया समझाएं

बच्चों के नाम से बचत खाता खोलें और उन्हें बैंक की बुनियादी प्रक्रियाएं जैसे पैसे जमा करना, चेक लिखना और एटीएम का उपयोग करना सिखाएं।


6. चाह और जरूरत का अंतर

बच्चों को यह सिखाएं कि किसी चीज को खरीदने से पहले यह समझना जरूरी है कि वह उनकी 'चाहत' है या 'जरूरत'। इससे वे बेहतर निर्णय लेना सीखेंगे।


7. दान करने की आदत डालें

बच्चों को सिखाएं कि उनकी बचत का एक छोटा हिस्सा जरूरतमंदों की मदद के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे वे सहानुभूति और जिम्मेदारी जैसे गुण सीखेंगे।


निष्कर्ष

पैसे के साथ सही तालमेल बनाना बच्चों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाता है। माता-पिता के लिए यह जरूरी है कि वे बच्चों को वित्तीय साक्षरता का महत्व समझाएं और उनके लिए एक मजबूत आर्थिक नींव तैयार करें। बचपन से सिखाई गई ये आदतें उन्हें पूरे जीवन आर्थिक स्थिरता प्रदान करेंगी।

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