Bihar News: पीपल के तने में विराजमान शिव, हरपति महादेव मंदिर बना श्रद्धा, रहस्य और चमत्कार का संगम

Bihar News:जहां धर्म रहस्य से मिलता है, वहां चमत्कार जन्म लेते हैं।बिहार में शिव स्वयंभू रूप में पीपल के तने के भीतर विराजमान हैं। ...

Shiva sitting in the trunk of Peepa
पीपल के तने में विराजमान शिव- फोटो : reporter

Bihar News:जहां धर्म रहस्य से मिलता है, वहां चमत्कार जन्म लेते हैं। बिहार के खगड़िया जिले की रानी सकरपुरा पंचायत में स्थित हरपति महादेव मंदिर ऐसा ही एक दिव्य स्थल है, जहां आस्था और अध्यात्म का अद्भुत संगम होता है। यह मंदिर मात्र एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक प्रतीक है, जिसकी जड़ें लोकमान्यताओं और पुरातन श्रद्धा में गहराई तक पैठी हुई हैं।

मंदिर की सबसे अनूठी बात यह है कि यहाँ शिव स्वयंभू रूप में पीपल के तने के भीतर विराजमान हैं। भक्तों का मानना है कि यह शिवलिंग युगों-युगों से इसी वृक्ष के अंदर प्रकट हैं और यह दृश्य साक्षात चमत्कार प्रतीत होता है। सोमवार के दिन यहाँ श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है हाथों में गंगाजल, दूध, बेलपत्र, भांग और धतूरा लेकर लोग बाबा हरपति को अर्पण करते हैं और जलाभिषेक के बाद मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं।

मंदिर के समीप बहती मनोकामना नदी इस स्थान को और भी पवित्र बनाती है। श्रद्धालु पहले इस नदी में स्नान करते हैं फिर शिवालय में प्रवेश करते हैं। नदी का नाम ही जैसे संकेत देता है कि यहां माँगी गई मन्नतें पूरी होती हैं। यह नदी धार्मिकता के साथ-साथ स्थानीय जीवन का भी हिस्सा है।

स्थानीय लोगों की ज़ुबानी सुनिए “बाबा जो मांगा, सब दिया”। कई श्रद्धालु बताते हैं कि उन्हें यहां संतान, नौकरी, विवाह या बीमारी से मुक्ति जैसी मनोकामनाएँ पूर्ण रूप से मिलीं। बिहार ही नहीं, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल से भी लोग यहां माथा टेकने आते हैं।

यह मंदिर रानी सकरपुरा पंचायत की आत्मा है। रामजानकी मंदिर, चंद्रचूड़ राजा का किला और मनोकामना नदी जैसे धार्मिक स्थलों के बीच यह स्थान खगड़िया की आध्यात्मिक पहचान बन चुका है।खगड़िया रेलवे स्टेशन से टैक्सी या ऑटो की सुविधा उपलब्ध है। इमली स्टेशन पर उतरकर भी मंदिर पहुंचा जा सकता है। सड़क मार्ग से यात्रा भी सुगम है।

खगड़िया से अमित कुमार की रिपोर्ट