सर्दियों के मौसम में ठंडी हवाओं और कम तापमान के कारण हमारी स्किन ड्राई होने लगती है, जिससे स्किन से जुड़ी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। खासकर पैरों में इन्फेक्शन के मामले इस मौसम में आम होते हैं, जैसे एड़ियों का फटना, तलवे में खुजली, सूजन या दर्द की समस्या। इस कारण कभी-कभी चलने में भी परेशानी होती है। हालांकि, अगर कुछ जरूरी सावधानियां बरती जाएं तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
सर्दियों में पैरों की विशेष देखभाल क्यों जरूरी है?
सर्दी के मौसम में हवा में नमी यानी ह्यूमिडिटी कम हो जाती है, जिससे हमारी स्किन का प्राकृतिक मॉइश्चर कम हो जाता है। इसका असर खासकर हाथों और पैरों की स्किन पर होता है, जिससे उनकी ड्राईनेस बढ़ जाती है। इसके अलावा, सर्दियों में पैरों में इन्फेक्शन का खतरा भी अधिक होता है, क्योंकि लोग इस मौसम में ज्यादातर मोजे पहनते हैं, और गंदे मोजे पैरों में इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। स्किन और नाखून ड्राई होने की वजह से कमजोर पड़ जाते हैं, जिससे वे चोट और इन्फेक्शन के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।
ठंड में पैरों में इन्फेक्शन के खतरे से बचने के उपाय
नमी से बचें: इस मौसम में खास ध्यान रखें कि पैरों में नमी न बने। लंबे समय तक गंदे मोजे पहनने से या पैरों को ठीक से न धोने से इन्फेक्शन हो सकता है। पैरों को दिन में दो बार अच्छे से धोने के बाद उन्हें अच्छे से सुखाना बहुत जरूरी है, खासकर उंगलियों के बीच के हिस्से में नमी को हटाना चाहिए।
हवादार मोजे पहनें: हल्के और हवादार मोजे पहनें, जो पैरों को सूखा और आरामदायक रखें। मोजे को नियमित रूप से बदलें और कभी भी गंदे मोजे न पहनें।
सही जूते पहनें: सर्दियों में पैरों को कवर करने के लिए जूते-मोजे पहनना जरूरी होता है, लेकिन लंबे समय तक पैरों को कवर रखना सही नहीं होता। इससे पैरों में नमी बनी रहती है, जो फंगल इन्फेक्शन का कारण बन सकती है।
धूप में रखें पैरों को: अगर मौसम में थोड़ी धूप निकलती है तो पैरों को थोड़ी देर धूप में रखें, ताकि पैरों में नमी न बने और विटामिन D मिल सके।
हाइजीन का ध्यान रखें: पैरों को साफ रखना बेहद जरूरी है। किसी भी व्यक्ति के साथ जूते या मोजे शेयर करने से बचें। इससे इन्फेक्शन फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
सर्दियों में पैरों में इन्फेक्शन का खतरा किन लोगों में अधिक होता है?
बुजुर्ग: उम्र बढ़ने के साथ इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे बुजुर्गों में पैरों में इन्फेक्शन का खतरा अधिक रहता है।
डायबिटीज और हार्ट डिजीज से पीड़ित लोग: इस तरह के लोग अक्सर पैरों में रक्त प्रवाह कम होने के कारण इन्फेक्शन का अधिक शिकार होते हैं।
पैरों में चोट या घाव: अगर पैरों में पहले से कोई चोट या घाव है, तो सर्दियों में इन्फेक्शन का खतरा और बढ़ सकता है।
सर्दियों में पैरों की देखभाल को नज़रअंदाज़ करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि ठंडे मौसम में इन्फेक्शन के मामले बढ़ जाते हैं। सही हाइजीन, हल्के और हवादार मोजे पहनने, जूतों को सही तरीके से चुनने, और पैरों को धूप में रखने जैसे कुछ आसान उपायों से आप इन समस्याओं से बच सकते हैं। ध्यान रखें, सर्दियों में पैरों का ख्याल रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना बाकी शरीर के हिस्सों का।