चाय भारतीय जीवनशैली का अहम हिस्सा है, लेकिन अगर आप चाय को जरूरत से ज्यादा देर तक उबालते हैं, तो यह शरीर के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है। न्यूट्रिशनिस्ट और शोधकर्ताओं का कहना है कि ज्यादा उबाली गई चाय में पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं और हानिकारक रसायन बन जाते हैं। यह आदत कैंसर, एसिडिटी, और पाचन तंत्र की समस्याओं को जन्म दे सकती है।
चाय: फायदे कम, नुकसान ज्यादा?
दूध वाली चाय भारतीय रसोई का हिस्सा है, लेकिन इसे सही तरीके से बनाना बहुत जरूरी है। न्यूट्रिशनिस्ट और शोधकर्ताओं की मानें, तो चाय को जरूरत से ज्यादा उबालने से उसमें मौजूद तत्व हानिकारक हो सकते हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने भी इस पर चेतावनी दी है कि चाय को अधिक गर्म करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
चाय में ज्यादा उबाल के कारण नुकसान
1. पोषक तत्वों की हानि
डायटीशियन जी. सुषमा के अनुसार, चाय को ज्यादा गर्म करने से दूध और चायपत्ती में मौजूद पोषक तत्व जैसे विटामिन बी12, विटामिन सी, और एंटीऑक्सीडेंट्स खत्म हो जाते हैं।
2. हानिकारक रसायन बनना
चाय में मौजूद केटेचिंस और पोलीफेनोल्स ज्यादा गर्म करने पर टूट जाते हैं, जिससे दूध में मौजूद प्रोटीन लेक्टोज़ के साथ मिलकर हानिकारक रसायन बना सकते हैं।
3. कार्सिनोजेन का निर्माण
ओवरहीटिंग चाय में "एक्रीलामाइड" नामक कंपाउंड बनता है, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ाने की क्षमता रखता है। हालांकि, यह तथ्य अभी शोध के अधीन है।
4. पाचन तंत्र की गड़बड़ी
लगातार ज्यादा उबाली गई चाय पीने से पेट में गैस, सूजन, और अपच की समस्या हो सकती है। चाय में टूटे हुए प्रोटीन पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं।
5. एसिडिटी और पीएच असंतुलन
अधिक उबाली गई चाय पेट के पीएच स्तर को बदलकर इसे अत्यधिक एसिडिक बना देती है, जिससे एसिडिटी और हार्टबर्न जैसी समस्याएं होती हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
ICMR और अन्य न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, ज्यादा उबाली गई चाय धीरे-धीरे शरीर के लिए जहर बन सकती है। यह आदत पोषक तत्वों की कमी के साथ-साथ पेट और लीवर को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
क्या करें?
चाय को सिर्फ 2-3 मिनट तक उबालें।
ताजा चाय पिएं, बार-बार गर्म न करें।
दूध वाली चाय की जगह हर्बल टी या ग्रीन टी का विकल्प चुनें।
ज्यादा चीनी और मसाले डालने से बचें।
चाय सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इसे सही तरीके से बनाना बेहद जरूरी है। ज्यादा उबाली गई चाय न केवल पोषण खत्म करती है, बल्कि शरीर में गंभीर समस्याएं भी पैदा कर सकती है। अपनी चाय बनाने की आदतों में बदलाव करें और अपनी सेहत का ध्यान रखें।