Bihar Vidhansabha Chunav 2025: राहुल गांधी के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में आपराधिक परिवाद, छठ पर बयान से सियासी संग्राम, धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत में छठ महापर्व को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर अब कानूनी जंग शुरू हो गई है।

Criminal complaint against Rahul Gandhi
राहुल गांधी के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में आपराधिक परिवाद- फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत में छठ महापर्व को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर अब कानूनी जंग शुरू हो गई है। मामला मुजफ्फरपुर जिले के सकरा विधानसभा क्षेत्र का है, जहां महागठबंधन की जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि  “प्रधानमंत्री वोट के लिए छठ पर्व पर नौटंकी करते हैं, जरूरत पड़ी तो नाच भी सकते हैं और चुनाव के बाद भाग भी सकते हैं।”

राहुल गांधी के इस बयान पर अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने कड़ी आपत्ति जताई है और इसे प्रधानमंत्री व हिंदू धर्म की आस्था का अपमान बताया है। उन्होंने इस बयान को धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला और राजनीतिक लाभ के लिए दिया गया वक्तव्य कहा। इसी आधार पर उन्होंने मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी  की अदालत में आपराधिक परिवाद दर्ज कराया है।

अधिवक्ता ओझा ने कहा कि राहुल गांधी ने न केवल प्रधानमंत्री का अपमान किया, बल्कि बिहार और उत्तर भारत की आस्था के सबसे बड़े पर्व छठ महापर्व का भी अपमान और अवमूल्यन किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों से समाज में धार्मिक तनाव और आक्रोश फैलता है।

अदालत ने अधिवक्ता के परिवाद को स्वीकार करते हुए 11 नवंबर को मामले की अगली सुनवाई की तिथि तय की है। ओझा का कहना है कि राहुल गांधी का यह बयान आस्था और धर्म का मज़ाक उड़ाने के समान है और यह चुनावी लाभ के लिए संवेदनशील भावनाओं से खिलवाड़ करने की कोशिश है।

गौरतलब है कि छठ महापर्व बिहार, झारखंड और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह पर्व सूर्य उपासना, तपस्या और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में राहुल गांधी का यह बयान न केवल राजनीतिक गलियारों में विवाद का कारण बन गया है, बल्कि आम जनता की धार्मिक भावनाओं को भी झकझोर गया है।