Muzaffarpur Crime: संजय चौधरी हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई, तीन बदमाश गिरफ्तार, हुआ बड़ा खुलासा
मुजफ्फरपुर में चर्चित रामनवमी उर्फ संजय कुमार चौधरी हत्याकांड में पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। हत्या के पीछे भूमि विवाद का मामला सामने आया है।

Muzaffarpur Crime: मुजफ्फरपुर में चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता और कारोबारी संजय कुमार चौधरी उर्फ रामनवमी चौधरी की हत्या ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया था। इस सनसनीखेज हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने अब लगभग सुलझा ली है। सरैया और पारु थाना क्षेत्र से गिरफ्तार तीन बदमाशों—प्रकाश पासवान, राजेश कुमार और मनोज कुमार—ने पूछताछ में हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूल की है। हालाँकि, तीनों ने गोली चलाने से इनकार किया है पुलिस ने इनके पास से हथियार, कारतूस, स्मैक और दो बाइक बरामद की है। पुलिस ने इस केस को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ते हुए तेज़ी से कार्रवाई की, जिससे एक बड़ा क्राइम नेटवर्क सामने आ रहा है।
भूमि विवाद और पुरानी दुश्मनी
संजय कुमार चौधरी की हत्या केवल एक साधारण वारदात नहीं थी, बल्कि इसके पीछे वर्षों पुराना भूमि विवाद छिपा हुआ था। एलपी शाही कॉलेज के पास मौजूद आठ कट्ठा जमीन पर उनके और एक स्थानीय व्यक्ति के बीच रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। दिलचस्प बात यह है कि कुछ साल पहले संजय के भाई की भी इसी प्रकार की संपत्ति से जुड़ी हत्या हो चुकी थी। यह स्पष्ट करता है कि संजय प्रॉपर्टी विवादों में गंभीर रूप से उलझे हुए थे।
साजिश की परतें: राजेश के ढाबे पर रची गई थी योजना
गिरफ्तार बदमाशों की पूछताछ में खुलासा हुआ कि हत्या की पूरी योजना सरैया में स्थित राजेश कुमार के ढाबे पर बनी थी। हत्या के बाद सभी आरोपी वहीं जमा हुए और एक पार्टी के दौरान सुपारी के पैसे का बंटवारा किया गया। यह स्पष्ट रूप से एक सुनियोजित अपराध था जिसमें पैसों के लालच और आपसी रंजिश का मिला-जुला प्रभाव रहा।
हत्या से पहले भी हुआ था हमला
तीन मई को हत्या से बारह दिन पहले संजय पर एलपी शाही कॉलेज के पास गोली चलाई गई थी, पर वे उस दिन बच निकले। हैरान करने वाली बात यह है कि उन्होंने या उनके परिवार ने इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी, जिससे अपराधियों को दोबारा मौका मिल गया।
चौथा आरोपी अभी भी फरार, पुलिस की निगाह में
हालाँकि पुलिस ने तीन अपराधियों को धर दबोचा है, मगर जिस व्यक्ति ने गोली चलाई थी वह अभी भी फरार है। सीसीटीवी फुटेज में उसका चेहरा स्पष्ट नहीं हो पाया है, जिससे उसकी पहचान में मुश्किल आ रही है। पुलिस अब उसकी तलाश में कई इलाकों में छापेमारी कर रही है।