Bihar Govt Teacher: सरकारी टीचरों को लेट-लतीफी पड़ी भारी! 166 शिक्षकों की लापरवाही आई सामने, DEO ने कस दिया शिकंजा, मचा हड़कंप
Bihar Govt Teacher: बिहार में 166 शिक्षकों को समय पालन में लापरवाही पर स्पष्टीकरण नोटिस भेजा गया है। ई-शिक्षाकोष पोर्टल के डेटा के आधार पर ऑनलाइन उपस्थिति नियमों की अनदेखी उजागर हुई।

Bihar Govt Teacher: बिहार के नवादा में मेसकौर प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत 166 शिक्षकों को समय पालन में लापरवाही बरतने के मामले में शिक्षा विभाग की तरफ से 7 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश जारी किया गया है। यह निर्देश प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संजय जायसवाल की ओर से जारी हुआ है, जो ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दर्ज की गई ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर शिक्षकों के नियमितता की समीक्षा के परिणामस्वरूप लिया गया निर्णय है।
ऑनलाइन उपस्थिति की समीक्षा में खुला पोल
शिक्षा विभाग द्वारा 21 मार्च 2025 से 20 अप्रैल 2025 तक की अवधि की ऑनलाइन उपस्थिति का विश्लेषण किया गया। इस दौरान सामने आया कि कई शिक्षक या तो समय से लेट स्कूल पहुंचते हैं, या फिर समय से पहले विद्यालय छोड़ देते हैं। इसके अलावा कई मामलों में लॉगिन-लॉगआउट की अनियमितता, मोबाइल समय में छेड़छाड़, और जानबूझकर अनुपस्थिति दर्ज न करना भी सामने आया।
BEO संजय जायसवाल के अनुसार, शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज करने में 30 मिनट का लचीलापन दिया गया था, फिर भी 166 शिक्षक इस सीमा के भीतर भी उपस्थित नहीं हो पाए। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि समय पालन में गंभीर लापरवाही की जा रही है।
शिक्षकों में हड़कंप, समाज में चर्चा
जैसे ही यह आदेश जारी हुआ, पूरे प्रखंड के शिक्षकों में भय और चिंता का माहौल बन गया। दिनभर इस विषय पर शिक्षक समुदाय में चर्चा होती रही। वहीं, स्थानीय बुद्धिजीवियों और अभिभावकों ने इस कदम की सराहना की है, और कहा है कि यदि शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं आएंगे तो बच्चों के भविष्य पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।
नियमों की अनदेखी पर अब होगी सख्ती
शिक्षा विभाग ने पहले ही यह निर्देश जारी किया था कि सभी शिक्षक अपने आवास विद्यालय के समीप ही रखें, ताकि समय पर पहुंचना संभव हो। लेकिन आज भी कई शिक्षक ऐसे हैं जो 20 से 40 किमी दूर से स्कूल आते हैं, जिससे लेट लतीफी आम हो गई है। ऐसे मामलों में बच्चों की पढ़ाई सबसे अधिक प्रभावित होती है।