करोड़ों महिलाओं को 10 हजार रुपए देने का सीएम नीतीश को किसने दिया आइडिया, बिहार चुनाव में हुई बंपर जीत, जानें

करोड़ों महिलाओं को 10 हजार रुपए देने का सीएम नीतीश को किसने

Patna - बिहार चुनाव में 202 सीटों के बंपर जीत के बाद आज नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की नई सरकार का गठन हो गया  है। पटना के गांधी मैदान  में  नई सरकार ने शपथ ली। लेकिन इस चुनाव में जैसी जीत एनडीए को मिली, अभी तक इसको लेकर चर्चा कर रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि चुनाव के ठीक पहले बिहार के करोड़ों महिलाओं के खाते में  भेजे गए 10 हजार रुपए वह मास्टर स्ट्रोक था, जिसने नीतीश कुमार को ऐतिहासिक जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई है। अब यह भी सामने आ गया है कि नीतीश कुमार को यह आइडिया किसने दिया था। 

पांच महीने पहले शुरू हुई तैयारी

महिलाओं के खाते में 10 हजार रुपए भेजने की योजना की तैयारी पांच महीने पहले हुई थी। जब बिहार के मुख्य सचिव के सामने एक प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया था। इस  प्रजेंटेशन में पूरी योजना बताई गई। जिसे बिहार सरकार ने अपनी योजना में शामिल कर लिया, जिसके बाद चुनाव से ठीक पहले इसे  लागू किया गया। इस दौरान योजना को लेकर कोई भनक नहीं लगी। 

असम के CM ने लिया क्रेडिट, नीतीश कुमार के कहने  पर भेजी टीम

NDA के तमाम नेताओं ने इस योजना को लागू करने की सलाह देने का बड़ा क्रेडिट असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने लिया है। कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव में उतरने जा रहे असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने नीतीश कुमार सरकार के कहने पर करीब 5 महीने पहले अपने ब्यूरोक्रेट्स को बिहार भेजा था।

उन्होंने बिहार के तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी अमृत लाल मीणा और तत्कालीन डेवलपमेंट कमिश्नर और मौजूदा चीफ सेक्रेटरी प्रत्यय अमृत के सामने ‘जीविका 10,000 रुपए मॉडल’ पर एक प्रेजेंटेशन दिया था। इसके बाद इसे मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना में शामिल कर लिया गया। बिहार चुनाव में यह मॉडल पूरी तरह हिट साबित हुआ।

एमपी में लाडली  बहन योजना का क्रेडिट

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि मध्य प्रदेश की लाडली बहना स्कीम भी असम के अरुणोदय से प्रेरित थी। मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना, जिसमें हर योग्य महिला को हर महीने 1,000 रुपए दिए जाते हैं। इसी योजना के चलते BJP को 2023 के कड़े मुकाबले वाले MP विधानसभा चुनावों में सत्ता में वापस आने में मदद की।