Bihar News : गया के बाद पटना का डीएम होना इत्तफाक कहे या पारिपाटी, जानिए कौन हैं वे आईएएस, जिन्हें गया के बाद सीधे मिली पटना की जिम्मेवारी
Bihar News : गया के डीएम डॉ त्यागराजन को पटना का जिलाधिकारी बनाया गया है. हालाँकि यह पहली बार नहीं हुआ है. कई बार गया के बाद आईएएस अधिकारीयों को पटना की कमान दी गयी है......पढ़िए आगे

PATNA : बिहार सरकार ने आज तीन दर्जन से अधिक आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। इस तब्दले में सबकी नजर पटना डीएम के तबादले पर डटी रही। जहाँ पटना के लम्बे समय से जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह को पटना प्रमंडल का आयुक्त बनाया गया है। जबकि गया डीएम डॉ त्यागराजन एसएम को अब पटना जिले की कमान दी गयी है। डॉ त्यागराजन को सीएम नीतीश का करीबी अधिकारी माना जाता है।
गया के कई डीएम आये पटना
गया बिहार के महत्वपूर्ण जिलों में अहम् माना जाता है। इसे ज्ञान और मोक्ष की भूमि माना जाता है। यहीं वजह है की इस जिले को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है। भगवान बुद्ध की स्मृतियों को लेकर देश विदेश से लाखों की संख्या में बौद्ध धर्म के अनुयायी गया आते हैं। वहीँ पितृपक्ष मेले में भी लाखों लोग गयाजी आते हैं। जिनके सफल सञ्चालन में जिला प्रशासन की अहम भूमिका मानी जाती है। संजय अग्रवाल गया के अपनी सेवा देने के बाद पटना के डीएम बनाये गए थे। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में गया में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में हिंसा रहित शांतिपूर्ण मतदान कराया था। इस चुनाव में डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने बिहार में पहली बार ऑल वुमेन पोलिंग स्टेशन की शुरूआत की थी। जिसमें मतदान केन्द्र के सभी पदो पर महिलाएं ही कार्यरत थी। इसके बाद 2018 में कुमार रवि को गया के बाद पटना जिले का डीएम बनाया गया। गया में उन्होंने हिंसा प्रभावित इलाकों में शांति व्यवस्था बहाल की। पटना के DM बनाये जाने के बाद यहां भी उन्होंने अतिक्रमण मुक्त अभियान और यातायात व्यवस्था ठीक करने में पहल की। अब गया में लम्बे समय तक डीएम रहे डॉ त्यागराजन एसएम का पटना जिले का नया डीएम बनाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगस्त 2015 में अपने गृह जिले नालंदा का उन्हें डीएम बनाया। वहां डॉ त्यागराजन लंबे समय तक रहे। इस दौरान नालंदा शहर स्मार्ट सिटी की रेस में आ गया। इतना ही नहीं, इनके कार्यकाल में राजगीर के भूई गांव में ठोस कचरा प्रबंधन को नया आयाम दिया गया। जिसे देखने के लिए देश-विदेश के लोग आये दिन आते हैं। एकंगरसराय प्रखंड के चम्हेडा को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया। गया में रहते कई कार्यक्रमों का जहाँ उन्होंने सफल सञ्चालन किया। वहीँ आम लोगों से भी कनेक्ट रहने में कोई कोर कसर नहीं रखा।
कौन हैं त्यागराजन
डॉक्टर त्यागराजन एसएम मूल रूप से तमिलनाडु के कोयंबटूर के रहने वाले हैं। उनका जन्म 20 दिसंबर 1984 को तमिलनाडु के कोयंबटूर में हुआ। वे मध्यम वर्गीय परिवार से थे और उनके पिता एस मोहन राम और माता उमा देवी हैं। डॉ. त्यागराजन ने 2008 में कोयंबटूर के एमजीआर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। वर्ष 2010 में आईपीएस बन बतौर एएसपी ओडिशा में ज्वाइन की. फिर साल 2011 में उन्होंने आईएएस की परीक्षा में सफलता प्राप्त की।