सीटें नहीं बंटी, कुर्सियां पहले बांट ली गईं, बिहार में चुनाव से पहले ही सीएम-डिप्टी सीएम की दौड़ में मचा बवाल! तेजस्वी - सहनी बनाम कांग्रेस

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही सीएम-डिप्टी सीएम पर इंडिया गठबंधन में दरार दिख रहा है. स्थिति है कि तेजस्वी - सहनी बनाम कांग्रेस में बयानबाजी का दौर लगातार जारी है.

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India Alliance - फोटो : news4nation

Bihar assembly elections : बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा भले ही अब तक नहीं हुई हो, लेकिन विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन में सत्ता की हिस्सेदारी को लेकर घमासान चरम पर है। गठबंधन में शामिल दलों के बीच न तो सीट बंटवारे पर कोई सहमति बनी है और न ही साझा चुनावी रणनीति तय हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद को लेकर दावेदारों की कतार पहले से ही लंबी होती जा रही है। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में सवाल उठने लगा है कि क्या बिहार में विपक्षी गठबंधन की स्थिति "सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठमलट्ठ" वाली हो गई है?


गठबंधन की सबसे बड़ी घटक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) लगातार तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करती आ रही है। राजद नेता तेजस्वी को “बिहार का भविष्य” बताते हुए कहते हैं कि उन्हें पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री के तौर पर अच्छा अनुभव मिला है और अब वे पूरी तरह मुख्यमंत्री पद के लिए तैयार हैं। राजद कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच तेजस्वी के नाम को लेकर लगभग एकतरफा समर्थन देखने को मिल रहा है।


लेकिन कांग्रेस इससे सहमत नहीं दिख रही। पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने हाल ही में एक बयान में कहा, “बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा, यह न तो अभी तय किया गया है और न ही किसी एक दल को इसका अधिकार है। यह बिहार की जनता और निर्वाचित विधायक तय करेंगे।” उनका यह बयान गठबंधन के भीतर मतभेद की ओर साफ इशारा करता है।


वहीं विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने तो खुद को "भविष्य का डिप्टी सीएम" घोषित कर डाला है। उन्होंने हाल ही में कहा, “हमारी पार्टी का जनाधार बढ़ रहा है और आने वाले चुनाव में हमारी भूमिका निर्णायक होगी। उपमुख्यमंत्री पद पर हमारी दावेदारी स्वाभाविक है।” वे 60 विधानसभा सीटों पर दावा भी ठोक रहे हैं. 


राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनाव की औपचारिक घोषणा से पहले ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर हो रही खींचतान गठबंधन की एकता पर सवाल खड़ा करती है। वहीं भाजपा ने इस स्थिति पर चुटकी लेते हुए कहा है कि "जहाँ अभी खेत ही नहीं जोता गया, वहाँ फसल बांटने की तैयारी हो रही है।" बिहार में चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, जनता भी देख रही है कि क्या INDIA गठबंधन वाकई सत्ता में आने को तैयार है, या फिर भीतरघात और महत्वाकांक्षाओं के जाल में उलझकर खुद ही कमजोर होता जा रहा है।