Bihar Election Result: बिहार के 40 फीसदी विधायकों के पास नहीं है कॉलेज की डिग्री, आधे विधायक 55+, महिलाओं की प्रतिनिधित्व में इजाफा, देखिए आंकड़ें
Bihar Election Result: बिहार में इस बार प्रंचड बहुमत से सरकार बनाने में एनडीए सफल रही। वहीं कई विधायक 55 से अधिक उम्र के हैं। महिलाओं की प्रतिनिधित्व में भी इजाफा देखने को मिला है।
Bihar Election Result: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद नई विधानसभा का स्वरूप स्पष्ट हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार इस बार महिलाओं की उपस्थिति में मामूली बढ़ोतरी हुई है, हालांकि शिक्षा के स्तर को लेकर चिंताजनक संकेत सामने आए हैं। साथ ही, विधानसभा पहले की तुलना में अधिक उम्रदराज़ हो गई है।
महिलाओं की प्रतिनिधित्व में इजाफा
243 सदस्यीय विधानसभा में इस बार 29 महिलाएं चुनी गई हैं, जो कुल सीटों का लगभग 12% है। पिछली बार यह संख्या 26 थी। यानी 3 महिला विधायक अधिक चुनकर आई हैं। हालांकि, इन 29 में से 15 महिला विधायकों की शिक्षा कॉलेज स्तर तक भी नहीं पहुंची है। उम्र के आधार पर देखें तो 13 महिला विधायक 25–39 वर्ष की हैं तो वहीं 9 महिला विधायक 40–54 वर्ष की हैं।
कई विधायक कॉलेज तक नहीं पहुंचे
सदन की शैक्षणिक तस्वीर कुछ गिरावट दिखाती है। 40% विधायक ऐसे हैं जो कॉलेज तक नहीं पहुंचे। 32% विधायक ग्रेजुएट हैं (2020 में यह संख्या 40% थी)। 28% विधायक पोस्ट-ग्रेजुएट हैं, यानी उच्च शिक्षा वाले विधायकों का अनुपात बढ़ा है। नई विधानसभा में पहले से ज्यादा उम्रदराज़ है। 55 वर्ष से अधिक उम्र वाले विधायकों का हिस्सा लगातार बढ़ा है। 2015 में 34%, 2020 में 40 प्रतिशत था तो वहीं अब 2025 में बढ़कर 46 प्रतिशत हो गई है। यानी लगभग आधे विधायक 55+ उम्र वर्ग से आते हैं।
विधायकों का पेशेवर बैकग्राउंड
रिपोर्ट के अनुसार विधायकों के पेशे में भी रोचक तस्वीर उभरकर आई है। 60 प्रतिशत विधायक राजनीति और सामाजिक कार्य, 45फीसदी खेती-किसानी, 31 फीसदी कारोबार तो 5 फीसदी वेतनभोगी प्रोफेशनल से हैं। कई विधायक एक से अधिक पेशा भी बताते हैं, इसलिए आंकड़ा 100% से ज़्यादा हो सकता है। पिछली विधानसभा के 192 विधायकों ने इस बार भी चुनाव लड़ा, जिनमें से 111 विधायक दोबारा जीतकर सदन में लौट आए। अर्थात्, लगभग 58% पुराने विधायक अपनी सीट बचाने में सफल रहे।
NDA ने दी महागठबंधन को करारी शिकस्त
इस चुनाव में NDA ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 202 सीटें जीतीं। बीजेपी और जेडीयू ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा और लगभग 85% सीटों पर जीत दर्ज की, जो गठबंधन के मजबूत जनाधार को दर्शाता है। नई विधानसभा में जहां महिलाओं की मौजूदगी बढ़ी है, वहीं शिक्षा स्तर में गिरावट और वरिष्ठ विधायकों की बढ़ती संख्या नए राजनीतिक समीकरण और जनमानस की प्राथमिकताओं को दर्शाती है।