Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानसभा बना अखाड़ा ! गाली-गलौज, गुत्थम-गुत्थी और माइक तोड़ने तक पहुंचा हंगामा, बस मारपीट बाकी...
Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानसभा में बीते दिन लोकतंत्र की गरिमा सत्ता पक्ष और विपक्ष ने तार तार कर दिया। सदन में स्पीकर के सामने बस मारपीट होना ही बाकी रह गया...विधायक एक दूसरे पर टूट पड़े जिन्हें मार्शलों से हटाया..

Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानसभा के मौजूदा 15वीं विधानसभा के अंतिम सत्र के खत्म होने से ठीक 24 घंटे पहले सदन में माहौल पूरी तरह से बेकाबू हो गया। बीते दिन सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष ने लोकतंत्र की लक्ष्मणरेखा को लांघ दी। सदन में गाली-गलौज, गुत्थम-गुत्थी से लेकर बात माइक तोड़ने तक पहुंच गई। सदन में अब सिर्फ विधायकों के बीच मारपीट होना ही बाकी रहा। दरअसल, विपक्ष और सत्ता पक्ष के विधायकों के बीच तीखी बहस, व्यक्तिगत आरोप और गाली-गलौज के बाद सदन में मारपीट की नौबत तक आ गई। दोनों ओर से विधायक एक-दूसरे की ओर दौड़ पड़े, गुत्थम-गुत्थी होने लगी, लेकिन समय रहते मार्शलों ने हस्तक्षेप कर स्थिति को काबू में किया।
हंगामे का दूसरा दौर और माइक तोड़ने की घटना
पहली पाली में बहस के दौरान जहां केवल जुबानी जंग देखने को मिली। वहीं दूसरी पाली के 52 मिनट बेहद तनावपूर्ण रहे। भाजपा विधायक संजय सिंह ने गुस्से में माइक तोड़कर हाथ में ले लिया। इस दौरान राजद के विजय सम्राट, मुकेश यादव, मुन्ना यादव और सीपीएम के सत्येंद्र यादव भाजपा के जनक सिंह की ओर लपके तो भाजपा के लखींद्र पासवान और अन्य विधायक भी कूद पड़े। मार्शलों को बीच-बचाव करना पड़ा।
तीन बार स्थगित हुई कार्यवाही
बवाल बढ़ने के चलते स्पीकर नंदकिशोर यादव को कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। उन्होंने घटना पर खेद जताते हुए कहा कि, सदन में खेदजनक, पीड़ादायक और मर्यादा के विपरीत आचरण हुआ है। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वे गरिमा के अनुकूल व्यवहार करें। सदन को स्थगित करने के बाद स्पीकर सदन से बाहर चले गए लेकिन विधायकों के बीच अगले 5 से 7 मिनट तक मारपीट के हालात बने रहे।
तेजस्वी यादव ने मांगी माफी
हंगामे के बाद विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सदन में अपने दल की ओर से माफी मांगी, लेकिन सदन के बाहर उन्होंने भाजपा विधायकों पर गंभीर आरोप लगाए। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा विधायक जनक सिंह ने मां-बहन की गालियां दीं और माइक तोड़कर मुझे मारने की कोशिश की। डिप्टी सीएम तक गाली देते हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने ‘जोर से बोलेंगे तो गीले हो जाएंगे’कहा था लेकिन इसमें कोई अपशब्द नहीं था।
विवाद तेजस्वी बनाम जनक, सम्राट और अशोक
तेजस्वी यादव और भाजपा विधायक जनक सिंह के बीच बहस के दौरान माहौल बिगड़ गया। तेजस्वी ने जनक को तंज कसते हुए कहा कि "ज्यादा जोर से बोलेंगे तो गीले हो जाएंगे"। जिस पर जनक ने पलटवार किया कि "हमने तुम्हारे बाप के साथ काम किया है, तुम क्या बोलोगे?" यह सुनकर राजद विधायकों ने आक्रामक रुख अपनाया। वहीं दूसरी ओर तेजस्वी और मंत्री अशोक चौधरी के बीच भी बहस हुई। अशोक के टोके जाने पर तेजस्वी ने कहा कि "हर बात में बंदर की तरह क्यों उछलते-कूदते हैं?" इस पर सत्ता पक्ष के कई नेताओं ने विरोध जताया।
बॉयकॉट की धमकी और सत्ता पक्ष का पलटवार
तेजस्वी यादव ने चुनाव बहिष्कार का संकेत देते हुए कहा कि विकल्प खुले हैं। इसके जवाब में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि राजद के डीएनए में अराजकता और गुंडाराज है। राघोपुर से माता-पिता की अनुकंपा पर चुनाव जीतने वाले की क्या औकात है? वहीं दिनभर की घटनाओं ने बिहार विधानसभा की गरिमा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आज सदन का आखिरी दिन है ऐसे में देखना होगा कि आज सदन में क्या हालात होते हैं।