Bihar fake ADM: बिहार में पकड़ाया नटवरलाल! फर्जी ADM बनकर घूम रहा था शख्स, रौब छाड़ने पर पुलिस ने निकाली हेकड़ी, खोल गया पोल

रामनगर पुलिस ने जय शंकर झा नामक युवक को फर्जी ADM बनकर पुलिस एस्कॉर्ट मांगने पर हिरासत में लिया। जानें कैसे हुआ उसका भंडाफोड़।

Bihar Fake ADM
Bihar Fake ADM- फोटो : SOCIAL MEDIA

Bihar Fake ADM: रामनगर में मंगलवार को तब हड़कंप मच गया जब एक युवक भारत सरकार लिखी कार में ADM की नेमप्लेट लगाकर थाने में पहुंचा। उसका नाम जय शंकर झा, पता हरीनगर शुगर मिल कॉलोनी। वह दावा कर रहा था कि वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में ADM के पद पर कार्यरत है और एक गांव में किसी सरकारी काम से जा रहा है, जिसके लिए उसे पुलिस एस्कॉर्ट चाहिए।

लेकिन कुछ ही देर में युवक की असलियत सामने आ गई और वह फर्जी अधिकारी निकला। इस मामले ने प्रशासनिक हलकों में सवाल खड़े कर दिए हैं कि कोई आम व्यक्ति इस हद तक कैसे पहुंच सकता है कि वह खुद को उच्च पद पर दिखा सके।

कैसे थानाध्यक्ष की सतर्कता ने बचा ली इज्जत?

जब जय शंकर झा रामनगर थाने पहुंचा और थानाध्यक्ष ललन कुमार से मुलाकात की, तो उसने बड़े ही आत्मविश्वास से खुद को ADM बताया और पुलिस सुरक्षा की मांग की। लेकिन बातचीत के दौरान थानाध्यक्ष को उसकी बॉडी लैंग्वेज, भाषा और जानकारी में असमानता महसूस हुई। यही सतर्कता इस पूरे मामले का टर्निंग पॉइंट बन गई।उन्होंने तुरंत पहचान पत्र और अन्य दस्तावेजों की मांग की। जय शंकर ने एक आईडी कार्ड दिखाया जिस पर उसका नाम और पद ADM लिखा हुआ था, लेकिन उसकी प्रस्तुति और डिज़ाइन संदिग्ध लग रही थी। कार्ड की छपाई, लेआउट और सरकारी मुहरें नकली प्रतीत हो रही थीं।

जांच में बड़ा खुलासा

युवक मारुति वैगनआर गाड़ी में सवार होकर आया था, जिस पर "भारत सरकार" लिखा हुआ था और एक एडीएम का फर्जी बोर्ड भी लगा था। पुलिस ने जब गाड़ी की जांच की तो पाया कि यह गाड़ी जय शंकर के पिता अभय कुमार झा के नाम पर रजिस्टर्ड है, जो हरीनगर शुगर मिल में केन विभाग में कार्यरत हैं।गाड़ी की स्थिति, नंबर प्लेट और दस्तावेज़ से स्पष्ट हो गया कि इसे सरकारी वाहन की तरह उपयोग करना धोखाधड़ी के दायरे में आता है।

पुलिस की तत्परता और जांच प्रक्रिया

रामनगर थाना पुलिस ने जय शंकर को तत्काल हिरासत में लिया और उससे पूछताछ शुरू की। युवक ने कई अन्य दस्तावेज भी प्रस्तुत किए जैसे:

नियुक्ति पत्र

ट्रांसफर लेटर

सरकारी टूर का आदेश

लेकिन इन सभी कागजों की प्रारंभिक जांच में फर्जीवाड़ा स्पष्ट हो गया। थानाध्यक्ष ललन कुमार के अनुसार युवक द्वारा प्रस्तुत सभी दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया सभी दस्तावेज नकली प्रतीत हो रहे हैं। जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।