Upendra Kushwaha Threat Call: उपेन्द्र कुशवाहा को लॉरेंस विश्नोई गैंग से कॉल और मैसेज के जरिए मिली जान से मरने की धमकी! दिया 10 का टाइम
Upendra Kushwaha Threat Call: बिहार के वरिष्ठ नेता उपेन्द्र कुशवाहा को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से कॉल और मैसेज के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई है। विधानसभा चुनाव से पहले यह राज्य की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।

Lawrence Bishnoi Threat to Upendra Kushwaha: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी के बीच राजनीति का माहौल गरमा गया है, और अब इसमें खतरनाक मोड़ तब आया जब राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से दी गई है, जो पहले भी कई चर्चित मामलों में शामिल रह चुका है।
यह धमकी ऐसे समय आई है जब बिहार सरकार राज्य की कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर रही है। बावजूद इसके, एक वरिष्ठ नेता को खुलेआम धमकी मिलना कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाता है।
कॉल्स और मैसेज की डिटेल
उपेन्द्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर पूरी घटना की जानकारी साझा करते हुए लिखा कि आज शाम 8:52 PM से 9:20 PM के बीच मुझे लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर मोबाइल नंबर +916305129156 और +919229567466 से लगातार 7 धमकी भरे कॉल आए। इसके साथ ही +917569196793 से 8:57 PM पर MMS/SMS के माध्यम से धमकी मिली कि अगर एक पार्टी विशेष पर बोलते रहे तो 10 दिन में खत्म कर दिया जाएगा।"
आज शाम 8:52 PM से 9:20 PM के बीच मुझे लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर मोबाइल नंबर +916305129156 और +919229567466 से लगातार 7 धमकी भरे कॉल आए। साथ ही मोबाइल नंबर +917569196793 से 8 बजकर 57 मिनट पर MMS/SMS के माध्यम से कहा गया कि यदि राजनीतिक रूप से एक पार्टी विशेष पर बोलते रहे तो…
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLM) June 19, 2025
गंभीर लोकतांत्रिक संकट
यह घटना न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा का मामला है, बल्कि यह एक गंभीर लोकतांत्रिक संकट को भी जन्म देती है। जब राजनीतिक असहमति और आलोचना पर संगठित अपराधी गुटों द्वारा जान से मारने की धमकी दी जाती है, तो यह पूरे लोकतंत्र के अस्तित्व को चुनौती देता है।बिहार में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की सक्रियता और उसकी धमकियां अब केवल सेलिब्रिटी या कारोबारी वर्ग तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह सीधे राजनीतिक गलियारों तक पहुंच गई है।
SSP पटना से कार्रवाई की मांग: क्या होनी चाहिए अगली रणनीति?
उपेन्द्र कुशवाहा ने SSP पटना को तत्काल जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही यह उम्मीद जताई है कि इस व्यवधान को शीघ्र समाप्त किया जाएगा।
पटना से अनिल कुमार की रिपोर्ट