Veer kunwar singh - लालू जी ने वीर कुंवर सिंह को दिया असली सम्मान, उनके नाम से शुरू की यूनिवर्सिटी, विजयोत्सव में बोले तेजस्वी यादव

Veer kunwar singh - वीर कुंवर सिंह की 167वीं शहादत दिवस पर आयोजित विजयोत्सव में तेजस्वी यादव शामिल हुए। जहां उन्होंने कहा कि वीर कुंवर की जिंदगी सभी के लिए प्रेरित करनेवाली है और युवाओं को उनसे सीख लेने की जरुरत है।

Veer kunwar singh - लालू जी ने वीर कुंवर सिंह को दिया असली स
पटना में विजयोत्सव में पहुंचे तेजस्वी यादव- फोटो : नरोत्तम कुमार

Patna - वीर कुंवर सिंह जयंती पर पटना में आयोजित विजयोत्सव में शामिल हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के इस वीर सपूत को असली सम्मान उनके पिता लालू यादव ने दिया। उन्होंने वीर कुंवर सिंह के नाम पर आरा में यूनिवर्सिटी की शुरूआत की। ब्लॉक में लालू जी ने वीर कुंवर सिंह जी का मूर्ति का निर्माण कराया था डोरीगंज से आर के लिए पुल जो बना उसका भी नाम वीर कुंवर सिंह रखा गया। इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि मुझे कभी पांच साल काम करने का मौका नहीं मिला। लेकिन इस बार जनता पूरा विश्वास है कि वह हमें मौका देगी।

नई पीढ़ी को सीख लेने की जरुरत

तेजस्वी ने कहा कि वीर कुंवर सिंह के लोगों को अंग्रेजों ने छेड़ा सब जानते हैं कि क्या हुआ। 80 साल का उम्र में उन्होंने अंग्रेजों के साथ लड़ाई लड़ी अपने लोगों के अपने देश के लिए जो मिसाल उन्होंने पेश किया। नई पीढ़ी लोगों को इस पर चर्चा करनी चाहिए जो उन्होंने सिख दिया है उसको अपने की जरूरत है ।

वीर कुंवर सिंह की 80 फीट की प्रतिमा

तेजस्वी यादव ने कहा कि वीर कुंवर सिंह के लिए 80 फीट के मूर्ति की मांग है लेकिन 80 फीट का घोड़ा होना चाहिए और उसे पर वीर कुंवर सिंह का मूर्ति होना चाहिए। हमें खुशी होगी कि हम लोगों को अगर मौका मिला तो अपने हाथ से इसका उद्घाटन करते हैं। यह घोषणा सुनकर कम से कम वह लोग भी घोषणा कर दें। उन्होंने कहा कि कोई कमी हमसे आ गई हो तो सभी लोगों को मैं कह रहा हूं कि सभी कमी को हम पूरा करेंगे जब हमारी सरकार आएगी जब नई सरकार बनेगी तो नया फसल वाली सरकार बननी चाहिए

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लोगों को जोड़ने का काम, तोड़ने का नहीं

पहले हम क्रिकेट खेलते थे जब क्रिकेट छूटा तो लोगों ने कहा कि राजनीति में आये  जब राजनीति में आए तो विपरीत परिस्थिति में आए और राघोपुर से जीते और दो टर्म से विधायक हैं और दो बार उपमुख्यमंत्री बने हम जोड़ने का काम करते हैं तोड़ने का नहीं। मेरी उम्र ज्यादा नहीं है 36 साल है जब तक बोल नहीं पक जाता तब तक हमको भी राजनीति करना है। हमको सभी को साथ लेकर चलना होगा हमारी कोशिश होती है कि सभी को मान सम्मान दे

हमको 5 साल का कभी भी काम करने का मौका नहीं मिला

जब चाचा जी के पार्टी को बीजेपी तोड़ रही थी तो हम लोगों ने मदद किया और प्रदेश में हम उपमुख्यमंत्री बने 20 में हमने ऐलान किया था 10 लाख को नौकरी देना लेकिन चाचा बोले और लोग बोलते थे कहां से नौकरी देगा पैसा कहां से आएगा। लाखों के तादाद में हर एक रिक्ति, बस भरना था, बजट में प्रावधान था और पद सृजित था लेकिन नीतीश सरकार ने 20 साल से भरने का काम नहीं किया था

हम लोग आए तो 5 लाख सरकारी नौकरी 1 दिन में दिया। गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बांटा। देश में कोई भी सरकार इतनी बड़ी नियुक्ति पत्र नहीं दिया था। बहुत सारे काम किया 20 साल से सरकार को पता नहीं था खेलना भी जरूरी है। तो हमने खेल नीति को लागू कर बिहार के लिए मेडल लानेवाले खिलाड़ियों को डीएसपी तक की नौकरी दी।

हर बात में 20 साल की सरकार का जिक्र

सीएम हाउस से कुछ किलोमीटर पर गोली चलती है तो कहा जाता है 20 साल पहले क्या था, गोपालगंज में रेप किया जाता है। नीतीश जी के गृह जिला में दुष्कर्म होता है तो 20 साल पहले क्या था इस तरह यह लोग बोल रहे हैं। जो 2005 में जन्मे वह 20 साल के हो गए उनको नौकरी को चिंता है वह बिहार में कमाना चाहते हैं अपने घर में रहना चाहते हैं। हमको चिंता होती है कि बिहार के लोग पढ़ लिख कर बेरोजगार घूमते हैं> असल मुद्दत यह है कि थाना ब्लॉक या किसी मंत्री के पास चले जाइए बिना घूस दिए काम नहीं होता बालिका गृह सृजन घोटाले के बारे में सरकार बात नहीं करती है। 

जनता पर पूरा विश्वास

हम इस चीज को सुधारना चाहते हैं। जब भी मुझे मौका मिले मुझे पूरा विश्वास है। इस बार जनता नई गाड़ी नई सरकार पर सावर होगी आने वाली सरकार जनता और गरीब की होगी सुनवाई और कार्रवाई होगी।

निवेशकों की मीटिंग में नहीं जाते नीतीश कुमार

सरकार में जो लोग हैं उनके पास ना कोई वीजन है  ना रोड मैप है। मोदी जी मोतिहारी में और चीनी मिल चालू करवाने के लिए बोले 11 साल में नहीं चालू करें लेकिन हम रिगा में चालू करा दिये। तेजस्वी ने कहा कि कोई भी मुख्यमंत्री विदेश जाता है निवेशकों को लाता है लेकिन हमारे मुख्यमंत्री जब बिहार में निवेशक को बुलाया जाता है तो उसे मीटिंग में भी नहीं जाते है।

Report - narrottam kumar


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