Bihar Poitics: बिहार में वोट अधिकार यात्रा पर सियासी घमासान! लेबर मिनिस्टर संतोष सिंह का कटाक्ष, RJD का पलटवार

Bihar Poitics: बिहार में राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा को लेकर सियासत तेज हो गई है। श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने इसे नौटंकी बताया तो RJD ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया।

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बिहार में वोट अधिकार यात्रा पर सियासी घमासान- फोटो : social media

Bihar Poitics: बिहार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी की "वोट अधिकार यात्रा" पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को संविधान, चुनाव आयोग और न्यायालय पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह की नौटंकी से राहुल गांधी को कोई लाभ नहीं मिलेगा, आगामी चुनाव में महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो जाएगा। संतोष सिंह ने कहा कि संविधान पर सबको भरोसा रखना चाहिए और चुनाव आयोग जैसे संवैधानिक संस्थानों पर सवाल उठाना लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।

रोजगार पर सरकार का दावा

प्रेस-वार्ता में संतोष सिंह ने राज्य में रोजगार और प्रवासी मजदूरों की स्थिति पर भी जानकारी दी।बिहार से 57 लाख लोग ही दूसरे राज्यों में रह रहे हैं।इनमें से 5 लाख विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए बाहर गए हैं।बाकी 52 लाख लोग रोजगार की तलाश में बाहर गए हैं।उन्होंने कहा कि अगर बिहार के बाहर किसी की मृत्यु होती है, तो सरकार उनके परिवार को आर्थिक सहायता देती है।संतोष सिंह ने दावा किया कि अगले पांच वर्षों में एक करोड़ लोगों को रोजगार और नौकरी दी जाएगी। उनका कहना है कि आने वाले समय में बिहार से बेरोजगारी पूरी तरह समाप्त होगी और हर घर में रोजगार होगा।

RJD का चुनाव आयोग पर हमला

इधर, बिहार में विपक्षी महागठबंधन ने भी प्रेस-वार्ता की।RJD प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव और एजाज अहमद ने कहा कि चुनाव आयोग सिर्फ वोट की चोरी ही नहीं बल्कि "डकैती" कर रहा है।उनका कहना है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोट अधिकार यात्रा का उद्देश्य जनता को जागरूक करना है।

RJD नेताओं ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने भाजपा को प्रसन्न करने के लिए मतदाता सूची में धांधली की।बिहार की मतदाता सूची से 65 लाख वोट काटे गए, लेकिन आयोग श्रेणीवार ब्योरा देने से बच रहा है।कई भाजपा नेता दोहरे ईपिक कार्ड मामले में घिरे हैं, फिर भी उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

गुजरात मॉडल का जिक्र

RJD ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में एसआईआर (Special Intensive Revision) के मामले में "गुजरात मॉडल" लागू किया जा रहा है।उन्होंने महागठबंधन के नेताओं से अपील की कि वे अपने-अपने बूथों पर पैनी नजर रखें और बिहार को "गुजरात मॉडल" से बचाएं।