Bihar Police In Action: बिहार में अपराध पर नकेल करने के लिए एक्शन मोड में पुलिस! नीतीश सरकार की सख्त कार्रवाई का असर, 15 विशेष ऑपरेशन ग्रुप का गठन, जानें पूरा प्लान
बिहार में नीतीश कुमार के सख्त निर्देशों के बाद पुलिस ने संगठित अपराध, नक्सलवाद और हथियार तस्करी के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस ने कई कुख्यात अपराधियों को पकड़ा और राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत किया।

Bihar Police In Action: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सख्त निर्देशों के बाद राज्य पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ दिया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में संगठित अपराध, नक्सलवाद, और उग्रवाद के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी से लेकर बड़े माफिया नेटवर्कों का खुलासा किया जा रहा है। पुलिस की ओर से लगातार एनकाउंटर और गिरफ्तारियों के जरिए अपराध पर शिकंजा कसा जा रहा है।
विशेष ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का अभियान
बिहार पुलिस द्वारा एसटीएफ के तहत 15 विशेष ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का गठन किया गया है, जो संगठित अपराध, माफिया नेटवर्क, हथियार तस्करी और आर्थिक अपराधों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। एसओजी द्वारा इन माफिया गिरोहों पर लगातार छापेमारी की जा रही है और कई कुख्यात अपराधियों को पकड़ा गया है। पुलिस का स्पष्ट संदेश है कि कानून तोड़ने वाले किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
नक्सलवाद और उग्रवाद पर शिकंजा
बिहार पुलिस ने नक्सल और उग्रवाद से प्रभावित इलाकों में विशेष अभियान चलाया है। इसके परिणामस्वरूप नक्सली गतिविधियों को सीमित करते हुए खड़गपुर और छकरबंधा के कुछ पहाड़ी इलाकों तक सिमटा दिया गया है। पुलिस का लक्ष्य है कि अगले तीन महीनों में इन क्षेत्रों को भी पूरी तरह उग्रवाद मुक्त कर दिया जाए।
उग्रवादी संगठनों की रीढ़ तोड़ने के लिए शीर्ष कमांडरों की गिरफ्तारी की जा रही है। साथ ही, जो उग्रवादी जमानत पर बाहर हैं या राज्य के बाहर रहकर गतिविधियां चला रहे हैं, उन पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। झारखंड की सीमा से लगे जंगली इलाकों में अंतर्राज्यीय समन्वय के माध्यम से नक्सलियों के नेटवर्क को फिर से संगठित होने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अपराधियों के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई
बिहार पुलिस द्वारा इस साल चार मुठभेड़ें हुई हैं, जिसमें दो इनामी अपराधियों को मार गिराया गया है। इसके अलावा, आठ नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया गया है। राज्य में विभिन्न जिलों के टॉप-10 और टॉप-20 लिस्ट में शामिल 227 मोस्ट वांटेड अपराधियों को भी पकड़ा गया है, जिसमें 29 इनामी अपराधी शामिल हैं।
पुलिस द्वारा तैयार किए गए डिजिटल अपराध डाटाबेस के जरिए कार्रवाई को और भी प्रभावी बनाया गया है। प्रत्येक एसओजी टीम के पास तकनीकी शाखा और डेटा विश्लेषण इकाइयाँ हैं, जो टॉप-10 और टॉप-20 अपराधियों की सूची तैयार कर उनकी गतिविधियों पर नजर रखती हैं।
हथियार तस्करी पर सख्त नियंत्रण
राज्य सरकार अवैध हथियारों की तस्करी और गोली के क्रय-विक्रय पर नियंत्रण लाने के लिए एक नई नीति लागू करने की तैयारी कर रही है। इस अभियान के तहत पुलिस ने कई बड़ी तस्करी के मामलों का भंडाफोड़ किया है। अब सरकार गोली की खरीद-बिक्री पर भी सख्त नियंत्रण लाने के लिए एक विशेष नीति बना रही है, जिससे अवैध हथियारों के धंधे पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने
बिहार पुलिस अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने में पूरी तरह से एक्शन मोड में आ चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार संगठित अपराध, नक्सलवाद और उग्रवाद के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। पुलिस की सख्त कार्रवाई से राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है, और अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है।