Bihar Teacher: 1.30 लाख शिक्षकों के तबादले में हुआ बड़ा बदलाव! इस खास जानकारी को नहीं जान पाएंगे DEO, जानें वजह
Bihar Teacher: बिहार में 1.30 लाख शिक्षकों के ट्रांसफर के बाद अब विद्यालयों में पोस्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जानिए शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई नई पारदर्शी गाइडलाइन, आवेदन की दूसरी प्रक्रिया और डीईओ की भूमिका।

Bihar Teacher: बिहार शिक्षा विभाग ने राज्यभर में 1.30 लाख शिक्षकों के जिले स्तरीय तबादले की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूर्ण कर ली है। अब इन शिक्षकों को 15 जून 2025 तक नए विद्यालयों में पोस्टिंग दी जाएगी। 23 से 30 जून के बीच शिक्षक अपने नव आवंटित विद्यालयों में योगदान करेंगे।
विभाग को कुल 1,90,226 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसे गोपनीय और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत नियंत्रित किया गया।शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार, जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) को पोस्टिंग प्रक्रिया की जिम्मेदारी सौंपी गई है लेकिन डीईओ शिक्षक का नाम, आईडी या ट्रांसफर का कारण नहीं देख सकते। उन्हें केवल शिक्षक का विषय, श्रेणी, वर्ग और पंचायत विकल्प दिखेगा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि भेदभाव की कोई संभावना न रहे।
पोस्टिंग प्रक्रिया कैसे होगी?
एक बार में एक शिक्षक की जानकारी ही दिखाई जाएगी, और जब तक उसके आवेदन का निपटारा नहीं होगा, अगला आवेदन नहीं खुलेगा। हर शिक्षक ने 10 पंचायत विकल्प चुने हैं। डीईओ उन्हीं पंचायतों में रिक्त पदों के अनुसार आवंटन करेंगे। अगर विकल्प में रिक्ति न हो तो निकटतम पंचायत का विद्यालय आवंटित किया जाएगा। डीईओ आवेदन को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं इसलिए हर आवेदन पर निर्णय अनिवार्य है।
असंतुष्ट शिक्षकों के लिए दूसरा मौका
वे शिक्षक जो अपने स्थानांतरण से असंतुष्ट हैं या नई पोस्टिंग से संतुष्ट नहीं हैं तो वे ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दोबारा आवेदन कर नया विकल्प चुन सकते हैं। इस दौरान पुराना आवेदन वापस या डिलीट कर सकते हैं। इन आवेदनों पर दूसरे चरण में विचार किया जाएगा।
किन जिलों को प्राथमिकता मिलेगी?
जिन जिलों में छात्र-शिक्षक अनुपात राष्ट्रीय औसत से अधिक है, वहां शिक्षकों को प्राथमिकता से पोस्ट किया जाएगा:
शिवहर
सीतामढ़ी
पूर्णिया
पूर्वी चंपारण
अररिया
कटिहार
खगड़िया
सुपौल
बांका
जमुई
किशनगंज
लखीसराय
भागलपुर
मधुबनी
नए आवेदन में इन जिलों को चुनने पर त्वरित पोस्टिंग की संभावना है।