Bihar Divyang Special Bus:बिहार में शुरू होगी विशेष बस सेवा, 23 लाख दिव्यांगों को मिलेगी रफ्तार, पटना से होगी पहल, किराये में भी मिलेगी छूट

Bihar Divyang Special Bus: बिहार के करीब 23 लाख दिव्यांगजनों की सुविधा और सम्मानजनक आवागमन को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग एक अहम पहल करने जा रहा है।

Bihar Divyang Special Bus
बिहार में शुरू होगी विशेष बस सेवा- फोटो : social Media

Bihar Divyang Special Bus: बिहार के करीब 23 लाख दिव्यांगजनों की सुविधा और सम्मानजनक आवागमन को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग एक अहम पहल करने जा रहा है। समाज कल्याण विभाग के अनुरोध पर दिव्यांगों के लिए विशेष बस सेवा शुरू करने की कवायद एक बार फिर तेज हो गई है। इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत राजधानी पटना से की जाएगी, जिसके बाद चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में इसका विस्तार किया जाएगा।

विभागीय सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में समाज कल्याण और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच इस मसले पर बैठक हुई थी। बैठक में समाज कल्याण विभाग ने तर्क दिया कि राज्य में दिव्यांगों की संख्या 23 लाख से अधिक है और उनकी रोजमर्रा की आवाजाही को आसान बनाने के लिए अलग और विशेष परिवहन व्यवस्था बेहद जरूरी है। हालांकि मौजूदा बसों में दिव्यांगों के लिए कुछ सीटें आरक्षित रहती हैं, लेकिन भीड़भाड़ और बुनियादी सुविधाओं के अभाव में सामान्य बसों में सफर करना उनके लिए परेशानी का सबब बन जाता है।

नीतीश सरकार पहले ही महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पिंक बस सेवा शुरू कर चुकी है, जो अब कई जिलों में सफलतापूर्वक संचालित हो रही है। इसी तर्ज पर दिव्यांगजनों के लिए भी विशेष बस चलाने की योजना बनाई गई है। गौरतलब है कि इससे पहले भी परिवहन विभाग ने दिव्यांगों के लिए बसों के परिचालन को लेकर टेंडर आमंत्रित किया था, लेकिन उस वक्त कोई निविदाकार सामने नहीं आया था। अब एक बार फिर निविदा प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

दिव्यांगों के लिए प्रस्तावित इन विशेष बसों में आधुनिक और सहूलियतभरी सुविधाएं होंगी। बसों में व्हीलचेयर के लिए पर्याप्त जगह, मजबूत हैंडरेल, ऑडियो अलर्ट सिस्टम, कम ऊंचाई वाली सीटें और सीढ़ी रहित प्रवेश की व्यवस्था होगी। इसके अलावा किराये में छूट या मुफ्त यात्रा जैसी राहत भी दी जा सकती है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड या अन्य मान्य पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा।

विशेष बस सेवा के साथ-साथ दिव्यांगों और बुजुर्गों को ध्यान में रखकर बस स्टॉप और पड़ाव भी विकसित किए जाएंगे, ताकि चढ़ने-उतरने में किसी तरह की दिक्कत न हो। यह पहल न सिर्फ दिव्यांगजनों की आवाजाही को आसान बनाएगी, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी।