Bihar Weather: बिहार में गर्मी से लोगों का हाल-बेहाल, अभी और बढ़ेगा तापमान, मौसम विभाग का टेंशन वाला अलर्ट, पटना वाले संभल कर रहें...
Bihar Weather: बिहार में बारिश का दौर थमते ही लोगों को उमस भरी गर्मी ने परेशान कर दिया है। तेज धूप के कारण लोगों का घर से बाहर निकला मुश्किल हो गया है। रात और दिन में बेचैनी बनी रह रही है।

Bihar Weather: बिहार के लोग एक बार फिर गर्मी की मार झेल रहे हैं। भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। तेज धूप ने जनजवीन अस्त-वस्त कर दिया है। वहीं सितंबर की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में मानसून की रफ्तार भी थमने लगी है। पिछले कुछ दिनों से राज्य में बारिश की गतिविधियां कमजोर पड़ी हैं। रविवार को केवल डेहरी, मोतिहारी, औरंगाबाद और जीरादेई में हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क बना रहा। वहीं मौसम विभाग का अनुमान है कि सितंबर के पहले हफ्ते में बरसात में गिरावट जारी रहेगी। शुरुआती दिनों में केवल कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है, जबकि सामान्य तौर पर उमस और गर्मी ही बनी रहेगी।
कैसा रहेगा आज का मौसम
राज्य में आज गर्मी और नमी का असर हावी रहेगा। अगले दो दिनों तक उच्च तापमान और बढ़ी हुई आर्द्रता के कारण आमजन को भारी असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, खगड़िया, भोजपुर, रोहतास, कैमूर और बांका जिलों में आंशिक रूप से बारिश की संभावना जताई गई है। राजधानी पटना और आसपास के क्षेत्रों में वर्षा की कोई संभावना नहीं है। सुबह से ही धूप तीखी हो गई है।
अगले दिनों की स्थिति
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आने वाले 10 दिनों तक सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है। अब तक राज्य में औसत से 29 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज हुई है। रविवार की बात करे तो औरंगाबाद में सबसे अधिक 24.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। पूर्णिया का अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस और मोतिहारी का न्यूनतम 24.6 डिग्री सेल्सियस रहा। अरवल में हवा की रफ्तार 31 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई।
पटना का मौसम
राजधानी में आज बादल आंशिक रूप से छाए रहने की संभावना है। रविवार को शहर के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई थी। पटना का अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29.1 डिग्री दर्ज किया गया। आर्द्रता का स्तर 74 प्रतिशत तक पहुंच गया, जिससे उमस और अधिक महसूस हुई। इधर गंगा नदी का जलस्तर लगातार ऊपर जा रहा है, जिससे मुंगेर, बेगूसराय समेत कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। कटाव की वजह से स्थानीय लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं।