Namo Bharat Express Train: बिहार को मिलेगी एक और 'नमो भारत ट्रेन', इस रुट पर होगा परिचालन, जानिए क्या है रेलवे का प्लान

Namo Bharat Express Train: बिहार को एक नमो भारत ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। इसको लेकर रेलवे की ओर से तैयारी की जा रही है। इस रुट पर जल्द ही इसका परिचालन हो सकता है।

नमो भारत ट्रेन
नमो भारत ट्रेन की सौगात - फोटो : social media

Namo Bharat Express Train: भारतीय रेलवे आम लोगों के लिए लाइफलाइन के तौर पर देखा जाता है। रेलवे से कई लोग सफर करते हैं। रेलवे के द्वारा लोगों की सुविधाओं के लिए कई ट्रेनों के परिचालन किया जाता है। आए दिन रेलवे की ओर से कई राज्यों को नई ट्रेनों की सौगात दी जाती है। इसी कड़ी में रेलवे ने बिहार के लोगों को बड़ी सौगात दी है। जल्द ही बिहार को एक और 'नमो भारत ट्रेन' की सौगात मिलने जा रही है। पटना से इसका परिचालन होगा। यह ट्रेन बक्सर या गयाजी के लिए चलाया जाएगा।  

बिहार को मिलेगा एक और नमो भारत ट्रेन

दरअसल, रेलवे पटना से बक्सर या गयाजी के लिए इस हाई-स्पीड आधुनिक ट्रेन के संचालन की संभावनाओं पर गंभीरता से विचार कर रहा है। वर्तमान में पटना से जयनगर के लिए चल रही नमो भारत ट्रेन के रैक को दिन में लगभग 8 घंटे पटना जंक्शन पर खाली खड़ा रहना पड़ता है। रेलवे इसी अवधि का उपयोग करते हुए दूसरे रूट पर इसका ट्रायल परिचालन करने की योजना बना रहा है।

पटना से बक्सर या गयाजी रूट पर हो सकता है संचालन

दानापुर रेल मंडल के एडीआरएम आधार राज के अनुसार, दोनों रूटों पटना-बक्सर और पटना-गया की तकनीकी और संचालन संबंधी उपयुक्तता का अध्ययन किया जा रहा है। जिस मार्ग पर परिचालन अधिक सुविधाजनक और लाभकारी लगेगा, वहां इस ट्रेन का संचालन किया जाएगा। हालांकि, फिलहाल इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

जयनगर के लिए पहले से चल रही है सेवा

गौरतलब है कि पटना-जयनगर के बीच बिहार की पहली नमो भारत ट्रेन की शुरुआत हाल ही में हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को इसे वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाई थी। यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलती है और पूरी तरह वातानुकूलित है। किराया ₹85 से शुरू होकर ₹340 तक जाता है। ट्रेन को शॉर्ट डिस्टेंस रूट्स के लिए खास तौर पर डिज़ाइन किया गया है। जिससे यात्रियों को तेज, आरामदायक और आधुनिक यात्रा का अनुभव मिलता है।

दिन में खड़ा रहता है रैक, उठ रही थी मांग

यह ट्रेन सुबह 10 बजे पटना पहुंच जाती है और शाम 6 बजे जयनगर के लिए रवाना होती है। दिन के इन 8 घंटों में रैक का कोई इस्तेमाल नहीं होता। जिससे इसकी उपयोगिता को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। अब रेलवे इसी अवधि में रैक का बेहतर इस्तेमाल कर नई सेवाएं शुरू करने की तैयारी में है। यदि यह योजना अमल में लाई जाती है, तो इससे यात्रियों को अतिरिक्त कनेक्टिविटी मिलेगी और रेलवे को भी बेहतर रैक यूटिलाइजेशन के जरिए राजस्व बढ़ाने का मौका मिलेगा। साथ ही पटना से बक्सर और गया जैसे व्यस्त रूटों पर आधुनिक रेल सेवा मिलने से आम यात्रियों को भी बड़ी राहत मिल सकती है।