Bihar Budget Session : बिहार में पुलिस की कार्यशैली पर विपक्ष लगातार सवाल उठाते रहा है. इन सबके बीच सोमवार को भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए. मधुबनी के खजौली से विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने अपने क्षेत्र से जुड़े एक मामले में कहा कि अपराधियों के साथ नरम व्यवहार और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार. यह कैसी पीपुल फ्रेंडली पुलिसिंग है.
दरअसल, उनके क्षेत्र में विजय कुमार सिंह नाम के एक व्यक्ति को पुलिस ने रात 10 बजे घर से पकड़ लिया जबकि इसी नाम के दूसरे आदमी को पकड़ना था. इस सरकार की ओर से जवाब आया कि यह एक ही नाम के दो आदमी के भ्रम की स्थिति में हुआ और सुबह जब विजय कुमार सिंह के परिजनों ने आधार कार्ड पेश किया तो निजी मुचलके पर उन्हें छोड़ दिया गया. इस जवाब से असंतुष्ट से दिखे अरुण शंकर प्रसाद ने कहा कि आखिर एक सामाजिक कार्यकर्ता को निजी मुचलका क्यों भरना पड़े ?
उन्होंने बिहार पुलिस की कार्यशैली को लेकर अपनी सरकार को आड़े हाथों लिया.उन्होंने कहा कि कहा कि अपराधियों के साथ नरम व्यवहार और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार. यह कैसी पीपुल फ्रेंडली पुलिसिंग है.
सदन में हंगामा
बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की कार्यवाही का 10वां दिन सोमवार को सदन के बाहर और अंदर नीतीश सरकार के खिलाफ विपक्ष के आरोपों और हंगामे के साथ शुरू हुआ. होली की छुट्टियों के बाद सोमवार से बिहार विधानसभा के बजट सत्र की फिर से शुरुआत हुई. सदन के बाहर विपक्षी सदस्यों ने कई मुद्दों पर नीतीश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं कार्यवाही शुरू होने के दौरान भी हाथों में पोस्टर लेकर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू किया.
राजद विधायक मुकेश रौशन ने 'बिहार में हर दिन हत्या, लूट, बलात्कार' लिखे पोस्टर लहराए. वहीं राज्य के अलग अलग जिलों में पुलिसवालों की हत्या पर सदन के बाहर विधायकों का बड़ा हंगामा किया. वहीं बाद में सदन के भीतर भी विरोध जारी रहा. सदन में विपक्ष ने खून की होली लिखे पोस्टर दिखाए. इसे लेकर स्पीकर ने मार्शल से कहा- छीन लो पोस्टर. मार्शल ने विपक्ष के विधायकों के हाथ से पोस्टर छीन लिए.