Bihar Budget Session : बिहार विधान परिषद में बुधवार को अपनी ही सरकार के मंत्रियों के जवाब से भाजपा एमएलसी असंतुष्ट हुए. उन्होंने सदन में मंत्री के जवाब पर असंतुष्टि जाहिर की. भाजपा एमएलसी नवल किशोर यादव ने शिक्षा विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग और नगर विकास विभाग की ओर से आए जवाबों पर नाखुशी जाहिर की. उन्होंने यहां तक कि शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के मुद्दे पर जिस प्रकार टालमटोल किया जा रहा है उसमें शिक्षक इनका गर्दन पकड़कर काम करवाना भी जानते हैं.
दरअसल, उन्होंने शिक्षकों के वेतन भुगतान से जुड़ा सवाल किया था. इसे लेकर सदन के बाहर 'न्यूज़4नेशन' से बात करते हुए नवल किशोर यादव ने कहा कि शिक्षा विभाग किसी को भी ए, बी, सी, डी कोई जानकारी नहीं है. मंत्री से अधिकारी तक सब एक से हैं. उन्होंने कहा कि मंत्री-अधिकारी सब दोहन करते हैं लेकिन खुद पारदर्शी भी बने रहने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि ये वही शिक्षक हैं जिन्होंने अपने वेतन को 5 हजार से 55 हजार करा लिया है. अगर इनका काम विभाग के लोग नहीं करेंगे तो ये गर्दन पकड़कर काम कराना जानते है.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के जवाब से असंतुष्ट
नवल किशोर यादव ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री संजय सरावगी के जवाब से भी असंतुष्टि जाहिर की. दरअसल, सीओ द्वारा मोटेशन नहीं करने से जुड़े सवाल पर आए जवाब को नवल किशोर यादव ने आधा अधूरा बताया. उन्होंने कहा कि मंत्री अब एक सप्ताह में प्रतिवेदन देने की बात कर रहे हैं. यह सिर्फ सदन को भ्रम में डालने वाला है.
अवैध वसूली का मुद्दा
वहीं नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री जीवेश कुमार द्वारा दिए जवाब को भी नवल किशोर यादव ने भरमाने वाला बताया. दरअसल यादव ने मुजफ्फरपुर में रजिस्टर्ड 7200 ऑटो से जुड़ा सवाल किया था. उन्होने वहां ऑटो से कथित रूप से हो रही अवैध वसूली को लेकर सवाल किया था. इस पर जीवेश मिश्रा ने जो जवाब दिया उसे नवल किशोर यादव ने पूरी तरह से नकार दिया.
वंदना की रिपोर्ट