Bihar Election 2025: दूसरे चरण के मतदान से पहले बवाल, बीजेपी -राजद के प्रत्याशी पर केस दर्ज, जानिए क्या है पूरा मामला
Bihar Election 2025: बिहार में दूसरे चरण के मतदान से पहले भारी बवाल देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में बीजेपी और राजद प्रत्याशी पर केस दर्ज हुआ है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है...
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज है। दूसरे और अंतिम चरण का मतदान जारी है। 20 जिलों के 122 सीटों पर मतदान हो रहा है। वहीं मतदान से पहले सियासी बवाल भी देखने को मिल रहा है। राजद और बीजेपी प्रत्याशियों पर केस दर्ज किया गया है। दरअसल, बीते दिन यानी मतदान से एक दिन पहले मोतिहारी में बीजेपी औऱ राजद प्रत्याशियों पर पैसे बांटने का आरोप लगा है। जिससे सियासी बवाल मच गया है।
दो अलग-अलग जगहों से लाखों रुपए बरामद
वहीं आरोपों के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग जगहों से 6.11 लाख रुपये बरामद किए हैं और पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को फ्लाइंग स्क्वॉड और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने छतौनी और नगर थाना क्षेत्र में छापेमारी की। छतौनी के छोटा बरियारपुर में पार्षद पति हरि सिंह के घर से 2,97,000 रुपये और 2025 की मतदाता सूची बरामद की गई। टीम ने मौके से हरि सिंह, मोहम्मद कलीमुल्लाह अंसारी, लक्ष्मी प्रसाद और प्रमोद कुमार को गिरफ्तार किया।
राजद-बीजेपी प्रत्याशी पर केस दर्ज
इसी तरह, नगर थाना क्षेत्र के नकछेद टोला निवासी सबा खान के घर से तीन लाख रुपये नकद और आरजेडी के स्टिकर बरामद किए गए। उसे भी हिरासत में लिया गया है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, हरसिद्धि विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन प्रत्याशी राजेंद्र कुमार राम का पैसे बांटने का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
जांच में जुटी पुलिस
इस मामले में हरसिद्धि थानाध्यक्ष सर्वेंद्र कुमार सिन्हा ने केस दर्ज किया है। इसके अलावा, पताही में चिरैया विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी लालबाबू प्रसाद गुप्ता के खिलाफ भी रुपये बांटने के वीडियो वायरल होने के बाद मामला दर्ज किया गया है। हालांकि News4Nation इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। डीएम सौरव जोड़वाल ने कहा कि चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस और फ्लाइंग स्क्वॉड टीम लगातार निगरानी में हैं ताकि मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।