Bihar New Expressway: केंद्र की मोदी सरकार इन दिनों बिहार पर मेहरबान है। केंद्र सरकार बिहार को एक बाद एक सौगात दे रही है। इसी कड़ी में मोदी सरकार ने बिहार के 2 बड़े एक्सप्रेसवे को मंजूरी दे दी है। यह एक्सप्रेसवे 6 जिलों से होकर गुजरेगा। एक्सप्रेसवे की लंबाई 281.95 किमी होगा और इस 21 बड़े पुल बनेंगे। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में 19,489 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
2 बड़े एक्सप्रेस-वे को मिली मंजूरी
दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और एनएच 139W के साहेबगंज-अरेराज-बेतिया खंड के एलाइनमेंट को मंजूरी दे दी है। इन दोनों परियोजनाओं पर कुल 19,489 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे
यह 6 लेन का होगा और 6 जिलों से होकर गुजरेगा। इसकी कुल लंबाई 281.95 किमी होगी। जिसमें 21 बड़े पुल और 11 रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बनाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे एनएच-22 के मीरनगर (वैशाली) से शुरू होकर समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा होते हुए एनएच-27 (ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर) के चांद भट्टी (पूर्णिया) तक पहुंचेगा। परियोजना में 140 छोटे पुल, 21 इंटरचेंज और 322 वीयूपी/एलवीयूपी का भी निर्माण होगा। इसके लिए 90 मीटर चौड़ी भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, और इस पर 18,042.14 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस सड़क के बनने से सीमांचल क्षेत्र से पटना की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।
एनएच 139W (साहेबगंज-अरेराज-बेतिया सड़क)
यह सड़क 4 लेन की होगी और इसकी कुल लंबाई 81 किमी होगी। इसके लिए 45 मीटर चौड़ी भूमि अधिग्रहित की जाएगी। इस परियोजना की लागत 1,447 करोड़ रुपये होगी। इन सड़कों का निर्माण अगले छह महीनों में शुरू होगा और तीन वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा। परियोजनाओं के निर्माण हेतु पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण एवं मुजफ्फरपुर जिलों में 45 मी चैड़ाई में भू-अर्जन कार्य किया जाएगा। गंडक के पूर्वी किनारे पर इस पथ के निर्माण से बौद्ध एवं जैन तीर्थ तथा पर्यटन स्थलों तक सुगमता से पहुँच सकेंगे।
गंडक के पश्चिमी तट पर 4 लेन सड़क
केंद्र सरकार ने कोनवा घाट से मकेर तक 18.1 किमी लंबी 4 लेन सड़क को भी मंजूरी दी है। इस परियोजना पर 777 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के अनुसार, इस सड़क से सारण क्षेत्र को विशेष लाभ मिलेगा।