Bihar 3d lab: बिहार के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, बेलादी में थ्रीडी लैब का निर्माण किया गया है, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के दौरान करेंगे। इस थ्रीडी लैब का उद्देश्य छात्रों में भूगोल के प्रति रुचि बढ़ाना और उन्हें सोलर सिस्टम और अन्य भूगोल विषयों का बेसिक ज्ञान प्रदान करना है। यह बिहार का पहला सरकारी विद्यालय है, जहां इस प्रकार की लैब का निर्माण हुआ है।
थ्रीडी लैब की विशेषताएं
थ्रीडी लैब में सोलर सिस्टम का वर्किंग मॉडल बनाया गया है, जिसमें सूर्य के चारों ओर आठों ग्रहों को घूमते हुए दिखाया गया है। इस मॉडल के माध्यम से छात्रों को ग्रहों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही, एक ग्लोब भी रखा गया है, जिससे छात्र सोलर सिस्टम की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकें। इस लैब की खास बात यह है कि इसमें ऑडियो सिस्टम भी लगाया गया है, जिससे शिक्षक के अभाव में भी छात्र सोलर सिस्टम को समझ सकें।
थ्रीडी लैब का मुख्य उद्देश्य
थ्रीडी लैब का मुख्य उद्देश्य भूगोल विषय में छात्रों की जिज्ञासा और रुचि को बढ़ाना है। यह लैब छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने का एक अभिनव तरीका है, जिससे वे भूगोल के जटिल सिद्धांतों को आसानी से समझ सकें।
बिहार का पहला सरकारी थ्रीडी लैब
यह थ्रीडी लैब बिहार का पहला सरकारी विद्यालय में बनाया गया लैब है, जो कृषि विभाग द्वारा निर्मित है। यह पहल राज्य में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने और छात्रों को नवीनतम तकनीकों के माध्यम से सिखाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बास्केटबॉल कोर्ट और अन्य सुविधाएं
विद्यालय में छात्रों के शारीरिक विकास के लिए बास्केटबॉल कोर्ट का भी निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री अपने दौरे के दौरान इस कोर्ट का भी निरीक्षण करेंगे। इस पहल का उद्देश्य छात्रों में खेलों के प्रति जागरूकता पैदा करना है।
बाला के माध्यम से बच्चों की शिक्षा
बिल्डिंग ऐज लर्निंग ऐड (बाला) के तहत विद्यालय की दीवारों पर अंक, हिंदी और अंग्रेजी वर्णमाला को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। इसका उद्देश्य बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करना है।
सरकारी विद्यालय में थ्रीडी लैब का निर्माण
बिहार में पहली बार सरकारी विद्यालय में थ्रीडी लैब का निर्माण छात्रों के लिए एक बड़ी सौगात है। यह कदम भूगोल जैसे महत्वपूर्ण विषय में छात्रों की रुचि बढ़ाने और उन्हें नए तकनीकी साधनों के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।