सीएम नीतीश ने किया आचार्य किशोर कुणाल की प्रतिमा का अनावरण, महावीर कैंसर संस्थान परिसर में अब मरीजों को मिलेगी खास सुविधा

पुलिस सेवा के साथ ही पटना के महावीर मंदिर से जुड़कर धर्मस्थल को मानव सेवा की मिसाल बनाने वाले आचार्य किशोर कुणाल की प्रतिमा का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनावरण किया.

statue of Acharya Kishore Kunal
statue of Acharya Kishore Kunal - फोटो : news4nation

Acharya Kishore Kunal: आचार्य किशोर कुणाल की 75वीं जयंती के अवसर पर गुरुवार को उनकी प्रतिमा का अनावरण  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. पटना के महावीर कैंसर संस्थान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान धर्मशाला का शिलान्यास भी किया गया. धर्मशाला का निर्माण होने पर लोगों को कई तरह की खास सुविधा होगी जिसमें उनके रहने की परेशानी दूर होगी. सीएम नीतीश के साथ ही केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय चौधरी, अशोक चौधरी, राज्यसभा सदस्य संजय झा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, किशोर कुणाल के पुत्र शायन कुणाल आदि मौजूद रहे. इसके साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों से संत, महामंडलेश्वर और धर्माचार्य भी प्रतिमा अनावरण का हिस्सा बने. 


पिछले साल हुआ था निधन 

29 दिसम्बर 2024 को 74 साल के किशोर कुणाल को कार्डियक अरेस्ट हुआ. उन्हें तुरंत महावीर वत्सला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया.  किशोर कुणाल मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के बरुराज के रहने वाले थे. इनका जन्म 10 अगस्त 1950 में हुआ था. स्कूली शिक्षा मुजफ्फरपुर जिले के बरुराज में हुई. इसके बाद पटना विश्वविद्यालय में इतिहास और संस्कृत का अध्ययन किया. 1970 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. बाद में मास्टर डिग्री के लिए भी अध्ययन किया.


1972 में आईपीएस बने

1972 में किशोर कुणाल ने भारतीय पुलिस सेवा की परीक्षा पास की. 1972 में गुजरात कैडर के लिए चयन हुआ. उनकी पहली पोस्टिंग आनंद(गुजरात) में पुलिस अधीक्षक के रूप में हुई. 1978 तक वे अहमदाबाद के पुलिस उपायुक्त बन गए.


पुलिस और मंदिर दोनों की सेवा बनी मिसाल 

 गुजरात कैडर के बाद किशोर कुणाल बिहार कैडर में भी अपना योगदान दिए. 1983 किशोर कुणाल को पटना में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया. 2001 में वॉलंटरी रिटायरमेंट ले लिया. नौकरी से रिटायरमेंट के बाद 2000 ईस्वी में उन्हें दरभंगा स्थित कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया था. 2004 तक पद पर बने रहे.


किशोर कुणाल पटना महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव बने. साथ ही अयोध्या में बने श्रीराम मंदिर के निर्माण में भी उनकी अहम भूमिका रही.