बीपीएससी TRE 3.0 अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज की कांग्रेस ने की निंदा, कहा – यह बिहार की उम्मीदों और भविष्य पर हमला
Bihar News - bpsc tre-3 के पूरक रिजल्ट की मांग कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठी चार्ज की कांग्रेस ने निंदा की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार बिहार के भविष्य को खत्म करना चाहती है।

Patna - बीपीएससी TRE 3.0 के सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर बर्बर लाठीचार्ज की काँग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कड़े शब्दों में निंदा की है। प्रदेश काँग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने मांग की है कि BPSC TRE 3.0 से संबंधित सभी रिक्त पदों का तुरंत पूरक परिणाम जारी किया जाए, अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज की न्यायिक जांच करवाई जाए और लाठीचार्ज के जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
युवाओं की भविष्य की सरकार को चिंता नहीं
काँग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि “आज एक बार फिर बिहार की भाजपा-जदयू सरकार ने साबित कर दिया कि वह युवाओं के भविष्य को लेकर कितनी असंवेदनशील है। BPSC TRE 3.0 परीक्षा से जुड़े हजारों योग्य अभ्यर्थी आज मुख्यमंत्री से मिलने गए। लेकिन न्याय देने के बजाय, सरकार ने उन पर बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज करवा दिया। महिला अभ्यार्थियों पर पुरुष पुलिस बल ने लाठीचार्ज किया, यह अत्यंत शर्मनाक, अमानवीय और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। कांग्रेस पार्टी इस घटना की कड़ी निंदा करती है। यह केवल छात्रों पर हमला नहीं है, बल्कि यह बिहार की उम्मीदों और भविष्य पर हमला है।"
शिक्षक अभ्यर्थियों को कांग्रेस ने दिया समर्थन
राजेश कुमार ने आगे कहा कि, “बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी छात्रों की मांग के साथ है और सरकार से मांग करती है की BPSC TRE 3.0 – पूरक परिणाम (supplementary result) तुरंत जारी किया जाए। बिहार की जनता सब देख रही है। भाजपा-जदयू सरकार की लाठी की चोट का जवाब, बिहार की जनता वोट की चोट से देगी। यह लड़ाई सिर्फ TRE के अभ्यर्थियों की नहीं, बल्कि हर उस युवा की है जो अपने सपनों को सरकारी तंत्र में खोता देख रहा है। कांग्रेस पार्टी छात्रों के साथ है और यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय नहीं मिल जाता।"
21 सीटों के लिए जारी नहीं रिजल्ट
TRE 3.0 के अभ्यर्थियों के अनुसार, परीक्षा के दौरान कुल 87,774 पद पर बहाली निकाली गई थी, लेकिन परिणाम केवल 66,000 पदों के लिए घोषित किए गए। लगभग 21,000 पदों का न रिजल्ट जारी हुआ, न ही इस पर कोई स्पष्टीकरण दिया गया। और जो परिणाम जारी हुए, उनमें भी कई अभ्यर्थियों का नाम तीन-तीन सूचियों में है। इससे स्पष्ट है कि बड़ी संख्या में पद अभी भी रिक्त हैं।
बिहार काँग्रेस के विधान सभा में दल के नेता डॉ शकील अहमद खान ने भी बयान जारी करके कहा कि “पेपर लीक और भर्ती घोटाला बिहार सरकार की पहचान बन चुकी है । हाल के दिनों में सिपाही भर्ती, अमीन बहाली पेपर लीक, उत्पाद विभाग भर्ती घोटाला , BPSC PT परीक्षा स्कैम, सीएचओ परीक्षा , सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी आदि की बहाली में घोटाला साबित करता है की बिहार सरकार ने युवाओं के भविष्य को नीलम कर दिया है”।